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डॉक्टर मंजू डागर चौधरी { International journalist: ireland}
बराक ओबामा की करोड़ो का व्यवसाय करने वाली किताब प्रकाशक का अर्थ भी अच्छा कर देगी। जो ओबामा को इसको लिखने का पेमेंट किया गया वो भी वसूल हो जायेगा साथ ही भारतीय सत्ता के गलियारों को भी ये आने वाली सर्दिया गरमाहट देती रहेगीं क्योंकि हमको अमरीका की स्टेम्प के बिना सच सुने की आदत नहीं।
मनमोहन सिंह का पाकिस्तान के प्रति रुख 26 / 11 के बाद भी लचीला ही था। राहुल गाँधी की प्रधानमंत्री की कुर्सी को उनसे कोई खतरा नहीं था लेकिन जो कांग्रेस में अज़गर भरे पड़े हैं कपिल सिबल , सलमान खुर्शीद, मोतीलाल वोहर , अहमद पटेल , गुलामनबी आज़ाद , अधिरंजन चौधरी जैसे सभी प्रधानमंत्री बनने का सपना सजाये बैठे हैं।
अब सिर्फ गाँधी परिवार के नाम रजिस्ट्री नहीं कटी हुई भारत की ये सब भी मोटे अज़गर हैं हिस्सेदारी में।
एक पत्रकार के रुप में मेरा मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने भी चीन और पाकिस्तान के खिलाफ अभी कुछ ज्यादा किया नहीं बल्कि गिलगित -बलिस्तान चुनाव करने देने से उनका हक़ ज्यादा पुख्ता हो गया क्योंकि जनता ने आ कर वोट किया।
आदरणीय मोदी जी आपने खुद अपने पाँव पर कुल्हड़ी मार ली है। आप अभी तक जम्मू -कश्मीर में पंचायती चुनाव की रुपरेखा भी सेट नहीं कर पाये और वो चुनाव करवा गये और हमारी सरकार बस बयानबाज़ी करती रही। ऐसे कैसे विदेश नीति चलेंगी ?
सुना है एक बार फिर विपक्ष की तरफ से कमला हैरिस को लिखा गया है कि वो 370 कश्मीर में बहाल करवाए।
कैसे घिनौने नेता है ये लोग जो खुद ही देश के आतंरिक मामलों में विदेशियों को शामिल कर रहें हैं ताकि इनकी राजनीतिक रोटियां सिकती रहें बाकि देश रहें या न रहें इनको कोई फर्क नहीं पड़ता। ये जयचंदी सोच वाले नेता हमारे भारत को एक बार फिर गुलाम बनवा कर ही रहेगें।
Copyright & Dr. Manju Dagar Chaudhary ( International Journalist) Ireland