रिपोर्ट: सत्यम दुबे
लखनऊ: सपा के वरिष्ठ नेता और सांसद मोहम्मद आजम खान ने कोरोना को मात दे दी है। ढाई महीने बाद उनको अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। आजम खान कोरोना के दूसरे लहर के दौरान 30 अप्रैल के कोरोना पॉजिटिव पाये गये थे। जिसके बाद उन्हे लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती किया गया था। मंगलवार को आजम खान को अस्पताल की तरफ से छुट्टी मिल गई।
आपको बता दें कि अस्पताल की ओर से जारी बुलेटिन में कहा गया है कि आजम खान और उनके बेटे दोनों अब स्वस्थ हैं। वहीं दूसरी ओर उनकी पत्नी का कहना है कि वो अभी ठीक नहीं हैं, तो उन्हें जेल क्यों भेजा जा रहा है। आजम खान जिस वक्त कोरोना पॉजिटिव हुए थे, उस वक्त सीतापुर जेल बंद थे। अप्रैल के आखिर में उनकी तबीयत अचानक बिगड़ने लगी थी। इसके बाद कोरोना की जांच की गई तो उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। हालत बिगड़ी तो उन्हें और उनके बेटे मोहम्मद अब्दुल्ला को मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मंगलवार को मेदांता अस्पताल ने बुलेटिन जारी कर बताया कि आजम खान और उनके बेटे को 1 मई को भर्ती कराया गया था, जिन्हें 13 जुलाई को डिस्चार्ज कर दिया गया है। अब दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं। जैसे ही आजम खान ने शहर में एंट्री ली वैसे ही SDM, CO पीयूष सिंह व शहर कोतवाल टीपी सिंह स्कॉट करते हुए दोपहर 12:30 बजे के करीब जेल गेट पर पहुंचे।
इसके बाद कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला को जेल के अंदर ले जाया गया। जेलर आरएस यादव ने बताया कि सपा नेता आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला को 9 मई को जेल से लखनऊ ले जाया गया था। मंगलवार को 64 दिन बाद दोनों लोग जेल आ गए हैं। दोनों को उनकी बैरकों में शिफ्ट कर दिया गया।
वहीं दूसरी ओर आजम खान की पत्नी और रामपुर से विधायक डॉ. ताजीन फातिमा कोरोना वैक्सीन लगवाने पहुंचीं थी। जहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अभी आजम खान पूरी तरह स्वस्थ नहीं हैं लेकिन फिर भी उन्हें जेल ट्रांसफर किया जा रहा है। इसके पीछे क्या वजह है और सरकार की क्या नियत है? वो नहीं समझ पा रही हैं।
आपको बता दें कि फरवरी 2020 से आजम खान सीतापुर जेल में बंद हैं। उन पर रामपुर में अवैध जमीन कब्जाने और फर्जी प्रमाणपत्र बनाने जैसे कई आरोप लगे हैं। आजम खान की पत्नी डॉ. ताजीन फातिमा भी जेल में बंद थीं, लेकिन कुछ समय पहले ही उन्हें जमानत मिल चुकी है और वे जेल से बाहर हैं।
आजम खान पर 80 से ज्यादा मुकदमे दर्ज बताए जा रहे हैं तो वहीं उनके बेटे अब्दुल्ला पर भी 40 से ज्यादा केस दर्ज हैं। दोनों अभी अपनी जमानत का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन किसी भी तरह की राहत मिलती नहीं दिख रही है।