1. हिन्दी समाचार
  2. देश
  3. समाज, परिवार सभी का साथ छोड़ देने के बाद रिजवी को अब केवल कुछ पुलिसकर्मियों का ही सहारा, निडर आये नज़र…

समाज, परिवार सभी का साथ छोड़ देने के बाद रिजवी को अब केवल कुछ पुलिसकर्मियों का ही सहारा, निडर आये नज़र…

By: Amit ranjan 
Updated:
समाज, परिवार सभी का साथ छोड़ देने के बाद रिजवी को अब केवल कुछ पुलिसकर्मियों का ही सहारा, निडर आये नज़र…

नई दिल्ली : शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है, जिसे लेकर अब रिजवी के परिवार ने भी उनका साथ छोड़ दिया है। जिससे अब उनके साथ सिर्फ वहीं पुलिसकर्मी रह गये, जिन्हें उनकी सुरक्षा में लगाया गया है। आपको बता दें कि वसीम रिजवी वाई कैटिगरी की सिक्यॉरिटी में है। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले वसीम रिजवी ने कुरान के 26 आयतों को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। जिसके बाद मुस्लिम धर्मगुरूओं के विरोध के सुर तेज हो गये थे। उलेमाओं, संगठनों और समाज के विरोध के बाद रिजवी तन्हाई में जिंदगी गुजर बसर कर रहें है।

बता दें कि इसी बीच रिजवी ने एक वीडियो भी जारी किया हैं, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी, बच्चों, भाई और रिश्तेदारों पर खुद को ‘छोड़’ देने का आरोप लगाया। लेकिन वीडियो में वह निडर नजर आते हुए कहते हैं, ‘मुझे परवाह नहीं। मैं सही रास्ते पर हूं और अपनी आखिरी सांस तक इस जंग को लड़ूंगा। मैं आत्महत्या तक कर लूंगा लेकिन हार नहीं मानूंगा।’

वहीं राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने इसे सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने की कोशिश करार देते हुए रिजवी से 21 दिनों के अंदर माफी मांगने का निर्देश दिया है। आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने भी रिजवी के कदम का विरोध किया है। पार्टी नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बीजेपी, कुरान या किसी धार्मिक पुस्तक में बदलाव के समर्थन में नहीं है।

बता दें कि लखनऊ के बड़ा इमामबाड़ा में शिया और सुन्नी दोनों ही पंथ के लोगों ने रिजवी के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए उन्हें मुस्लिम समुदाय से निकाले जाने की घोषणा की। मजलिस-ए-उलेमा-ए-हिंद के मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि रिजवी को देश की किसी भी कब्र में जमीन नहीं मिलेगी। वहीं मुरादाबाद के एक वकील ने रिजवी का सिर काटकर लाने पर 11 लाख रुपये का इनाम रखा है। हालांकि, बाद में इनाम घोषित करने वाले पर भी मुकदमा दर्ज किया गया।

आपको बता दें कि, बरेली कोतवाली में वसीम रिजवी के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मुकदमा दर्ज कराया गया। यह मुकदमा बरेली की संस्था अंजुमन खुद्दामे रसूल की ओर से दर्ज कराया गया है। संस्था के सेक्रेटरी शान अहमद की तहरीर पर कोतवाली थाना पुलिस ने वसीम रिजवी के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मुकदमा दर्ज कर लिया।

अगर हम रिजवी के याचिका की बात करें तो उन्होंने अपनी याचिका में कुरान के 26 आयतों को आतंक समर्थित बताया है, जिससे आतंकवाद का जन्म हो सकता है। उन्होंने अपनी इस याचिका में कहा था कि इन 26 आयतों को बाद में शामिल किया गया है, जिसे कुरान से हटाया जाना चाहिए।

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...