वाशिंगटन: अमेरिका के भावी राष्ट्रपति जो बाइडन अपनी कैबिनेट बनाने में जुट गए हैं। वह जल्द ही पहली नियुक्तियों की घोषणा करेंगे। यह बताया जा रहा है कि वह विदेश नीति पर अपने करीबी सलाहकार और भरोसेमंद एंटोनी ब्लिंकेन को विदेश मंत्री बना सकते हैं। यह जिम्मेदारी मिलने के बाद वह चीन के साथ प्रतिस्पर्धा में अमेरिकी साझीदारों को नए सिरे से संगठित करने का प्रयास करेंगे। ब्लिंकेन करीब 20 साल से बाइडन के सहायक हैं।
कैबिनेट चयन प्रक्रिया से जुड़े करीबी लोगों के अनुसार, 58 वर्षीय ब्लिंकेन को विदेश मंत्री बनाए जाने की संभावना है। वह ओबामा प्रशासन में उप विदेश मंत्री रह चुके हैं और वैश्विक गठबंधनों के पैरोकार हैं। उन्होंने क्लिंटन प्रशासन के दौरान विदेश विभाग से अपने करियर की शुरुआत की थी। विदेशी मामलों का लंबा अनुभव होने के कारण वह अधिकारियों और वैश्विक नेताओं का भरोसा जीतने में कामयाब होंगे।
एक करीबी ने बताया कि ब्लिंकेन अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति बाइडन की पहली पसंद हैं। वह इसकी घोषणा मंगलवार को कर सकते हैं। ब्लिंकेन इस बात की राय रखते हैं कि अमेरिका को अपने सहयोगियों के साथ संपर्क बढ़ाने के साथ ही सक्रिय तौर पर दुनिया का नेतृत्व करने की भूमिका में रहना चाहिए।
बाइडन के करीबी लोगों ने बताया कि जैक सुलिवन को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) की जिम्मेदारी मिल सकती है। वह भी नवनिर्वाचित राष्ट्रपति के करीबी सहायक हैं। ट्रंप प्रशासन के दौरान बाइडन जब उप राष्ट्रपति थे, तब सुलिवन सुरक्षा मामले पर उनके सलाहकार थे। 43 वर्षीय सुलिवन रणनीतिक मामलों पर पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के भी सलाहकार रह चुके हैं। ब्लिंकेन और सुलिवन अच्छे दोस्त भी हैं और दोनों विदेशी मामलों पर बाइडन को सलाह देते हैं।
बाइडन लिंडा थॉमस-ग्रीनलैंड को संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में अमेरिका की राजदूत नामित कर सकते हैं। 35 वर्षीय लिंडा को राजनयिक पदों पर काम करने का अच्छा अनुभव है। बाइडन संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत पद का कैबिनेट स्तर का दर्जा फिर बहाल करेंगे। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस पद के दर्जे को कम कर दिया था।
ब्लिंकेन भारत के प्रबल समर्थक हैं। उन्होंने गत 15 अगस्त को एक वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान कहा था, ‘बाइडन लंबे समय से भारत के साथ मजबूत संबंधों के पक्षधर हैं। मैं उनका यह रुख उस समय से देख रहा हूं जब मैंने वर्ष 2002 में उनके साथ काम करना शुरू किया था।’