इस वक़्त पुरे विश्व और देश में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ रहा है। भारत में भी मरीजों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है और अब तक मरीजों का आकंड़ा 600 पार कर गया है और केंद्र सरकार ने भी इक्कीस दिनों का लॉकडाउन देश में कर दिया है। दरअसल कोरोना वायरस के लक्षण काफी हद तक खांसी जुकाम से मिलते है जो की मौसम परिवर्तन होने पर होते ही है।
आम तौर पर इस मौसम में छोटे बच्चों को निमोनिया की समस्या होती है और कोरोना के शुरूआती लक्षण भी निमोनिया जैसे है। ऐसे में देश में कई लोगों को तो समझ ही नहीं आ रहा है कि उन्हें सीजनल फ्लू है या वो कोरोना से पीड़ित हुए है।
ऐसे में आज इस लेख में हम आपको बताने वाले है की कैसे आप घर बैठे यह पता कर सकते है कि आपको कोरोना है की नहीं ! स्वामी रामदेव ने एक दर्शक के सवाल का जवाब देते हुए उक्त बात का जवाब दिया है। स्वामी रामदेव कहते है, यह सवाल आज कल हर व्यक्ति के मन में है इसलिए इस शंका का समाधान करना बेहद जरुरी है। सामान्य रूप से सूखी खांसी और सर्दी जुकाम अगर लम्बे समय तक होती है तो वो निमोनिया में परिवर्तित हो जाती है। इसके बाद बुखार आता है।
स्वामी रामदेव कहते है, हर साल मौसम परिवर्तन में करोड़ों लोगों को सर्दी खांसी बुखार होता है इसका मतलब यह नहीं है, उन सब को कोरोना हुआ है। स्वामी रामदेव कहते है, अगर आप किसी विदेशी के सम्पर्क में आये है तो आपको कोरोना हो सकता है। अगर बुखार और खांसी रूकती नहीं तो कोरोना का टेस्ट करना ज़रूरी है।
स्वामी रामदेव कहते है, आम तौर पर किसी भी बुखार को ठीक होने में तीन दिन लगते है, लेकिन अगर आप तीन दिन के बाद भी ठीक नहीं हुए और आपकी खांसी जुकाम बढ़ती ही जा रही है और आप सांस की समस्या से भी जूझने लगे है तो आपको कोरोना हो सकता है और ऐसे में आपको सरकारी केंद्र पर जाकर उसकी जांच करवा लेनी चाहिए।