रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: 20 मार्च को वर्ल्ड हैप्पीनेस डे जिसको हिंदी में कहें तो वर्ल्ड खुशी दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस साल के लिए वर्ल्ड हैप्पीनेस डे इंडेक्स 2021 की रिपोर्ट जारी की गई है। इस रिपोर्ट में भारत के लिए खुशी के दिन भी कोई खुशी नहीं है। इस इंडेक्स में भारत खुशी की जगह दुख के टॉप फाइव में अपनी जगह बना लिया है। जबकि बात करें खुशी देशों की तो फ़िनलैंड ने लगातार चौथी बार खुशहाल देशों की लिस्ट में सबसे ऊपर अपनी जगह बनाई है। हम आपको उन देशों के बारे में बतातें हैं, जो विश्व में नाखुश है। जानें उन टॉप 5 देशों के बारे में जिसमें भारत शामिल हैं…
आपको बता दें कि वर्ल्ड हैपिनेस इंडेक्स की रिपोर्ट यूनाइटेड नेशंस सस्टेनेबल डेवलपमेंट सॉल्यूशंस नेटवर्क जारी करता है। इस इंडेक्स के मुताबिक इस साल भी फ़िनलैंड ने सबसे ऊपर अपनी जगह बनाई है। इसका मतलब दुनिया में सबसे ज्यादा खुशहाल देश फ़िनलैंड है। इसके बाद डेनमार्क, स्विट्ज़रलैंड, आइसलैंड और हॉलैंड जैसे देश टॉप पांच में हैं। इस सर्वे में कुल 149 देश शामिल होते हैं। इस साल भारत को 139वां स्थान मिला है। वहीं पिछले साल की बात करें तो पिछले साल भारत 156 देशों की लिस्ट में 144 वें नंबर पर था। हैप्पी देशों के अलावा अनहैप्पी देशों की भी लिस्ट जारी की गई।
जिम्बाम्बे: सबसे दुखी देशों में जिम्बाम्बे का नाम लिस्ट में सबसे ऊपर नाम है। इस साल वर्ल्ड हैप्पीनेस इंडेक्स में सबसे कम अंकों के साथ जिम्बाम्बे सबसे उपर है। पिछले साल भी जिम्बाम्बे लिस्ट में सबसे नीचे था। इसका प्रमुख कारण यह है कि यहां काफी लंबे समय से तानाशाही चल रही है, इसके साथ ही यहां काफी ज्यादा राजनीतिक अस्थिरता है। जिससे यहां गरीबी, भुखमरी और बेरोजगारी भी बड़ी समस्या बन गई है।
तंजानिया: इस साल सबसे दुखी देशों में जिम्बाम्बे के साथ तंजानिया दूसरे नंबर पर है। इस देश में बड़ी संख्या में लोग गरीबी रेखा के नीचे आते हैं। यहां लोगों की औसत आय मात्र 70 रुपये है। इसके साथ ही सबसे ज्यादा परेशानी यौन शोषण और एड्स के प्रकोप का है। बीमारी और गरीबी के कारण यह विश्व में दूसरा सबसे दुखी देश है।
जॉर्डन: जिम्बाम्बे, तंजानिया के बाद तीसरे नंबर पर जॉर्डन सबसे दुखी देशों के लिए जाना जाता है। इसका प्रमुख कारण यह है कि इस देश का ज्यादातर हिस्सा रेगिस्तान है। इसके अलावा इस देश में ज्यादा राजनितिक अस्थिरता है। साल 2018 से महंगाई ने यहाँ के लोगों की कमर तोड़ी हुई है। कोरोना में लगे लॉकडाउन की वजह से लोगों की जिंदगी और मुश्किल हो गई है।
भारत: इस इंडेक्स में चौथे नंबर पर भारत सबसे दुखी देशों में है। इसका सबसे बड़ा कारण कोरोना महामारी के कारण की गई लॉकडाउन है। आपको बता दें कि भारत की इकोनॉमी भले ही बेहतर हुई है लेकिन लोगों के बीच ख़ुशी की कमी आई है। ऑकड़ों के मुताबिक इस इंडेक्स में चौथे नंबर पर भारत को जगह दी गई है।
कम्बोडिया: इस लिस्ट में पांचवे नंबर पर कम्बोडिया है। ये देश हर साल खुशहाल देशों की लिस्ट में पीछे ही आता जा रहा है। जहां 2019 में 76 वे नंबर पर था वहीँ इस साल ये नाखुश देशों की लिस्ट के टॉप 5 में आ गया है।