मेरठ: बृहस्पतिवार को सदर थाना क्षेत्र के होटल के कमरे में फांसी लगाकर जान देने वाले दंपत्ति की लावारिस बच्ची को सदर पुलिस ने आसरा दिया है। धीरे-धीरे बच्ची की हालत में सुधार हो चला है। जिसके बाद अब बच्ची को गोद लेने के लिए कई लोगों का प्रस्ताव भी पुलिस के सामने आया है। फिलहाल पुलिस बच्ची के नाना-नानी का इंतजार कर रही है। जिसके बाद आगे फैसला लिया जाएगा।
बताते चलें दिल्ली रोड स्थित एवरेस्ट होटल के मैनेजर अरविंद ने बृहस्पतिवार को होटल के कमरे में अपनी दूसरी पत्नी की हत्या करके खुद भी खुदकुशी कर ली थी। हत्या से पहले अरविंद ने अपनी पांच साल की बेटी की भी हत्या का प्रयास किया था। हालांकि, पुलिस ने समय रहते बच्ची को हॉस्पिटल में भर्ती कराते हुए उसकी जान बचा ली थी।
आमतौर पर जहां जनता के बीच पुलिस अपनी सख्त छवि के लिए जानी जाती है। वहीं, इस मामले में शहर की सदर बाजार पुलिस ने एक नजीर पेश की। बच्ची को हॉस्पिटल में भर्ती कराने के बाद थाना प्रभारी सदर विजय कुमार गुप्ता खुद उसकी देखभाल में जुटे हैं। यहां तक कि थाने से दो महिला कांस्टेबल की ड्यूटी अस्पताल में 24 घंटे बच्ची के पास लगाई गई है।
जो मासूम के खाने-पीने से लेकर उसकी हर छोटी-बड़ी जरूरत का ध्यान रख रही हैं। नतीजा यह है कि बच्ची की हालत में बेहद तेजी के साथ सुधार हुआ है। अब वह बातचीत करते हुए अपना नाम भी बताती है और हॉस्पिटल में खेलकूद में मशगूल है। एएसपी कैंट इरज राजा ने बताया कि फिलहाल पश्चिम बंगाल निवासी बच्ची के नाना-नानी को मेरठ बुलाया जा रहा है। इसी के साथ इंचौली निवासी एक रिटायर्ड दरोगा ने बच्ची को गोद लेने की पेशकश भी की है। मगर इस संबंध में अंतिम निर्णय बच्ची के नाना-नानी का होगा।