Uttrakhand News: उत्तराखंड मे वाहनों की निगरानी के लिए प्रदेश के तीन स्थानों पौड़ी अल्मोड़ा और हल्द्वानी जिले में मिनी कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा। इसके जरिए वाहनों पर नजर रखी जाएगी।
इसके साथ ही वाहनों के डेटा को भी यहां पर सुरक्षित रखा जाएगा। ताकि सूचनाओं का आदान-प्रदान तरीकें से किया जा सकें । वीएलटीडी लगाने का उद्देश्य यह है कि इससे वाहन विभाग की नजर में रहता है।
आपकों बता दें कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने नियम 125H को अपने में सम्मिलित करके CMVR में संशोधन किया।इसके तहत सभी सार्वजनिक सेवा वाहनों में वाहन स्थान ट्रैकिंग डिवाइस और आपातकालीन बटन (VLTD) लगाना अनिवार्य कर दिया गया।
प्रदेश सरकार द्वारा वाहनों में वीएलटीडी लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। अब नए वाहनों पर यह डिवाइस लग कर आ रही है, जबकि पुराने वाहनों में परिवहन विभाग यह सुनिश्चित कर रहा है कि अब आने वाले नए वाहनों डिवाइस लगाई जाएं।
इस दौरान प्रदेश में अब तक 80 हजार से अधिक वाहनों में वीएलटीडी लगाया जा चुका है।
दरअसल, वाहनों में वीएलटीडी लगाने का फायदा यह है कि वाहन इससे विभाग की नजर में रहता है। चालक की जान सुरक्षित रहें इस कारण इसको लगाने पर जोर दिया जा रहा है।
इसके माध्यम से यदि कोई चालक तेज रफ्तार से वाहन चलाता है अथवा तेज मोड़ता या काटता है तो इसकी सूचना तुरंत विभाग के कंट्रोल एंड कमांड सेंटर को मिल जाती है।
इसके साथ ही कहीं वाहन दुर्घटनाग्रस्त होता है,तो इसकी सूचना भी कंट्रोल रुम में आसानी से मिल जाएगी। इसके अलावा कोई इस डिवाइस की तार निकालने का प्रयास करता है अथवा वाहनों से कोई छेड़छाड़ करता है तो इसके बारे में भी सूचना तुरन्त विभाग को प्राप्त हो जाती है। अभी हाल ही में परिवहन मुख्यालय में कंट्रोल एंड कमांड सेंटर बनाया गया है।