उत्तराखंड के केदारनाथ उपचुनाव में कांग्रेस की हार पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, “यह हार केवल कांग्रेस की हार नहीं है, बल्कि उत्तराखंड के उन मुद्दों की भी हार है, जिन पर काम होना चाहिए था।”
पूर्व सीएम ने आत्ममंथन का आह्वान करते हुए यह भी कहा कि यह समय यह समझने का है कि क्यों जनता उत्तराखंडियत के मुद्दों पर गंभीर नहीं हो पा रही है। उन्होंने कहा, “पार्टी ने ऐसे उम्मीदवार को मैदान में उतारा था, जिसने अपना जीवन उत्तराखंड के हितों की रक्षा में समर्पित कर दिया था।”
हरीश रावत ने कांग्रेस के उम्मीदवार मनोज रावत के संघर्ष की सराहना करते हुए बताया कि मनोज रावत ने 2018 में भू-कानून, मूल निवास, पलायन, रोजगार और महिला सुरक्षा जैसे अहम मुद्दों पर काम किया था। पार्टी को उम्मीद थी कि जनता उन मुद्दों पर आवाज उठाने वाले व्यक्ति को आशीर्वाद देगी, लेकिन परिणाम इसके विपरीत आए।
बता दें कि केदारनाथ में बीजेपी की आशा नौटियाल ने 5099 वोटों से कांग्रेस के मनोज रावत को हराया। आशा नौटियाल को 23130 वोट मिले, जबकि मनोज रावत को 18031 वोट मिले। इस हार के बाद हरीश रावत ने इसे पार्टी के लिए एक गहरी समीक्षा और सुधार की आवश्यकता के रूप में देखा है।