लखनऊ जिला जेल में निरुद्ध बंदी गोपी (42) ने बुधवार देर रात फांसी लगा ली। बन्दी सर्किल एक की तन्हाई बैरक में बंद था। दो दिन पहले ही बन्दी को सर्किल एक हटाकर तन्हाई बैरक में शिफ्ट किया गया था।
सूत्रों की मानें तो बन्दी की बैरक बदलने के दौरान एक जेल अधिकारी ने उसे पीटा था। बन्दी को चोट भी आई थी। जेल प्रशासन के उत्पीड़न से परेशान बन्दी ने फांसी लगा ली। जेल प्रशासन ने बन्दी की मौत की सूचना उसके घरवालों को दे दी है। गोसाईंगंज पुलिस द्वारा बन्दी के शव के पंचनामे की करवाई पूरी होने के बाद जेल प्रशासन पोस्टमार्टम के लिए भेजेगा।