सहारनपुर: सहारनपुर कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय एंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में कार्यरत शिक्षक एवं शिक्षणउत्तर कर्मियों नवीन चयन तथा पदस्थापन एवं इनकी संविदा के नवीकरण के संदर्भ में ऐसी परिस्थितियों में जबकि वाद माननीय उच्च न्यायालय के समक्ष विचार धीन है और एक निर्धारित अवधि के अंदर शासन को अपना पक्ष प्रस्तुत करना है तथा शासन देश का औरचित्र भी न्यायालय दृष्टि में विवादित है संदर्भित शासनादेश को आनन-फानन में लागू करना और कर्मचारियों पर जबरदस्ती आरोपित करना ना ही न्याय संगत है और ना ही विधि समस्त है उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ में भी कई याचिकाएं आयोजित की गई है जिस पर लगातार सुनवाई चल रही है ऐसी परिस्थितियों में उपरोक्त शासनादेश को वार्ड के विचारण के दौरान जबरदस्ती लागू करना और उस के माध्यम से कर्मचारियों का शोषण एवं उत्पन्न करना तथा उनके सेवाएं समाप्त करने की प्रक्रिया लागू करना विधि द्वारा स्थापित प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों के सर्वथा विपरीत है कर्मचारियों से जबरन सेवा समाप्त की धमकी देकर ₹10 के स्टांप पर शपथ पत्र भरवाए जा रहे है जिसमें वार्डन एवं पूर्ण कालिंक शिक्षकों को अंशकालिक शिक्षिका एवं अंशकालिक शिक्षकों को पूर्ण का लिंग शिक्षिका बनाए जाने के लिए जबरदस्ती सहमति ली जा रही है जो किसी भी दृष्टि से विधि समस्त नहीं है अंशकालिक मुख्य विषयों के प्रशिक्षित स्नातक पुरुषों शिक्षकों को असंगत विषय का अध्यापक बताकर उनकी संविदा समाप्त की जा रही है कस्तूरबा गांधी विद्यालय में कार्यरत कर्मियों का किया जा रहा है उत्पीड़न शोषण एवं जबरन सहमति पत्र लेकर पद परिवर्तन एवं सेवा समापन एवं नवीन चयन या पदस्थापन की मनमानी विधि विरुद्ध प्रक्रिया पर तत्काल रोक लगाई जाए