मझोला थाना क्षेत्र में पांच साल के बच्चे का दिनदहाड़े अपहरण कर बदमाशों ने तीस लाख की फिरौती मांगी। बच्चे के गायब होने के करीब ढाई घंटे बाद पिता के पास कॉल आई तब अपहरण का पता चला। थाना मझोला के लाइनपार रामलीला ग्राउंड के पास रहने वाला गौरव निजी फाइनेंस कंपनी में कलेक्शन एजेंट है। परिवार में पत्नी शिखा, बेटी सादगी (8) और बेटा ध्रुव(5) हैं। बताया गया कि शुक्रवार दोपहर डेढ़ से दो बजे के बीच बच्चा घर के सामने ही स्थित दुकान पर गया था। वहां से घर लौटने के बाद वह गायब हो गया। जब कुछ देर तक ध्रुव नहीं दिखा तो मां और दादी ने उसकी तलाश शुरू कर दी।
कॉल करके शिखा ने पति गौरव को बेटे के गायब होने के बारे में बताया। दादी सुधा और मां शिखा की माने तो दोपहर करीब साढ़े चार बजे पिता गौरव के मोबाइल पर एक अंजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने गौरव से कहा कि तुम्हारा बच्चा मेरे कब्जे में है। उसकी सलामती चाहते हो तो 30 लाख रुपये दो। गौरव ने घटना की जानकारी लाइनपार चौकी पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस के उच्चाधिकारियों तक अपहरण की खबर पहुंच गई। अपरण से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आईजी रमित शर्मा, एसएसपी प्रभारक चौधरी ने घटना की पूरी जानकारी ली। एसपी सिटी अमित कुमार आनंद समेत पुलिस की आधा दर्जन टीमें बच्चे की तलाश में जुट गईं। हालांकि देर रात तक बच्चे का कोई सुराग नहीं लग सका। मामले में पिता की तहरीर पर मझोला थाने में अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस बच्चे की तलाश में जुटी है। पुलिस घटना स्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
दादी बोली किसी अजनबी के साथ नहीं जाता था ध्रुव
लाइनपार में रामलीला ग्राउंड के पास जिस मकान से बच्चे का अपहरण हुआ है वह मंदिर से सटा हुआ है। बच्चे की दादी सुधा ने बताया कि दोपहर ध्रुव मकान के भूतल पर उसके साथ था। जबकि ध्रुव की मां शिखा और उसकी बेटी सादगी पहली मंजिल पर थे। दादी सुधा की माने तो दोपहर करीब डेढ़ बजे करीब ध्रुव पास की दुकान पर गया और कुछ सामान लेकर आया। उसके बाद वह घर के पास ही खेल रहा था। थोड़ी देर बाद ही लापता हो गया। दादी ने कहा कि ध्रुव कभी भी किसी अजनबी के साथ नहीं जाता था। उसे कोई जबरन ही ले गया होगा।
ननिहाल में रहता है परिवार, घर को लेकर भी है विवाद
मुरादाबाद। फानइेंस कंपनी में काम करने वाला गौरव परिवार और अपनी मां के साथ ननिहाल में ही रहता है। गौरव की पत्नी शिखा (अपह्त बच्चे की मां) ने बताया दोपहर करीब दो बजे बच्चा गायब हुआ है। किसी से दुश्मनी के बारे में पूछने पर शिखा ने मना कर दिया। शिखा ने बताया कि जिस मकान में रह रही है उसी मकान को लेकर कुछ विवाद चल रहा है। हालांकि स्पष्ट रूप से उसने किसी पर संदेह नहीं जताया।
सामने की दुकान से खरीदा था दो चॉकलेट
मुरादाबाद। मासूम ध्रुव के घर के ठीक सामने सड़क की दूसरी ओर किराना स्टोर हैं। वहां चॉकलेट, बिस्कुट आदी मिलता है। दुकानदार ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि दोपहर करीब डेढ़ बजे बच्चा दो चॉकलेट लेकर गया था। उसके थोड़ी देर बाद ही उसके गायब होने की बात सामने आई।
सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस टीमें, एक कैमरे में दिखा है बच्चा
अपहरण की वारदात के बाद से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा है। एसपी सिटी अमित कुमार आनंद और सीओ कोतवाली राजेश कुमार वारदात के बाद से लाइनपार इलाके में डेरा डाले हैं। पुलिस की टीमें घटना स्थल के आसपास की सीसीटीवी फुटेज एकत्रित करने में लगी है। सूत्रों की माने तो घर के पास ही लगे एक सीसीटीवी कैमरे में मासूम बच्चा नजर आया है। हालांकि उक्त सीसीटीवी फुटेज में बच्चे के अलावा और कोई नहीं दिखा है। इसके बाद पुलिस रामलीला ग्राउंड के आसपास और वहां से निकलने वाले प्रत्येक रास्ते के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। देर रात तक पुलिस को कोई सफलता नहीं मिल सकी हे। एसपी सिटी अमित कुमार आनंद ने बताया कि तलाश की जा रही है।
परिजन मौन, पुलिस फूंक-फूंक कर रख रही कदम
अपहरण की घटना के बाद से परिवार में कोहराम मचा है। परिवार के लोग पुलिस को जानकारी देने के बाद से एक तरह से मौन साध लिए हैं। परिजनों को बच्चे के जीवन का डर सता रहा है। उधर पुलिस भी घटना के बाद फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। सतर्कता के मद्देनजर तमाम पुलिसकर्मचारी लाइनपार इलाके में वर्दी की बजाय सादे कपड़े में अहलते नजर आए ताकि अपहर्ता को यह शक न हो कि पुलिस सक्रिय हो गई है। एसपी सिटी से लेकर कई इंस्पेक्टर और सीओ भी सादे कपड़ों में रामलीला ग्राउंड के आसपास नजर आए।
…तो अपहर्ता हर गतिविध पर रख रहे नजर
मासूम ध्रुव के अपहरण के बाद उसके पिता गौरव के पास केवल एक कॉल आई है। जिसमें कॉल करने वाले ने उसे बताया कि तेरे बेटे को अगवा कर लिया हूं। अगर बच्चे को जिंदा चाहते हो तो तीस लाख का इंतजाम कर ले। इसके बाद देर रात तक पिता गौरव के पास कोई कॉल नहीं आई। ऐसा लगता है कि अपहरण करने वाले बदमाश वारदात के बाद से बच्चे के परिवार वालों पर नजर बनाए हुए हैं। यह भी तय माना जा रहा है कि बदमाशों को पुलिस की सक्रियता का भी पता चल गया है। यही कारण है कि बदमाश एक बार के बाद गौरव से संपर्क नहीं कर रहे हैं। इससे तरह-तरह की आशंका भी पैदा हो रही है।