रिपोर्ट: नंदनी तोदी
रायबरेली: देश में अब आरोपी अपने आरोप को अंजाम देने के लिए किसी भी हद तक गिर जाते हैं। जहां एक तरफ देश में नए ऐप प्रतिदिन लॉन्च हो रहे हैं, वहीं उनका इस्तेमाल गलत तरीके से किया जा रहा है। उनमे से एक है स्मार्टफोन एप्लीकेशन Truecaller।
दरअसल, उत्तर प्रदेश के रायबरेली में पुलिस टीम ने उस आरोपी को गिरफ्तार किया है जिसने मुख्यमंत्री का सलाहकार बनकर पुलिस अधीक्षक को धमकाने और साजिश रचने की कोशिश की। आरोपियों ने अपने आरोप को अंजाम देने के लिए पुलिस अधिकारी पर दबाव बनाने के लिए वीवीआईपी सीरीज का बीएसएनएल का नंबर लिया और फिर ट्रूकॉलर पर नंबर को मुख्यमंत्री के सलाहकार के नाम से फीड किया। इस साजिश के तहत आरोपी के मुताबिक वो अधिकारी पर आसानी से दबाव बना पाए और अपनी अनैतिक कार्य कर सकें।
एसपी ने इस बात की पुष्टि की कि 22 जनवरी को लैंडलाइन पर एक कॉल आया था। आरोपी ने एक मनगढ़त कहानी बनाकर एसपी पर दबाव डाला। जब एसपी को शक हुआ तो एसपी ने मुख्यमंत्री के सलाहकार के दफ्तर फ़ोन कर इस बात की जानकारी ली, जहां एसपी का शक यकीन में बदल गया।
इस पर पुलिस अधिकारी ने मीडिया को जानकारी दी कि गुरुवार को कोतवाली पुलिस और सर्विलांस टीम ने आरोपी सैयद नासिर उर्फ साहिल निवासी सर्वपल्ली माल एवेन्यू थाना हुसैनगंज लखनऊ, प्रदीप शुक्ल निवासी तेलीबाग थाना पीजीआई, लखनऊ एवं मोहम्मद शादाब निवासी एसआईजी टिकैत राय तालाब राजाजीपुरम थाना बाजार खाला लखनऊ को रायबरेली कोतवाली के इंदिरा नगर क्षेत्र के बीएसएस पब्लिक स्कूल के पास से गिरफ्तार किया है।
आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद आरोपी ने अपने सारे प्लैन का सच उगल दिया। उसने बताया कि मैंने डाक्टर सलीम की बहन के सुसरालवालों को जेल भिजवाने के लिए योजना बनाई। इसके बाद उसने अपने पूर्व ड्राइवर श्याम कुमार के कूटरचित दस्तावेज पर सीयूजी नंबर से मिलता-जुलता नंबर लिया। फिर ट्रूकॉलर (Truecaller) पर मुख्यमंत्री के सलाहकार नाम से उसे सेव किया। इस काम के लिए उसने डॉ सलीम से 30 हजार रूपए एडवांस लिया था।
आपको बता दें, पुलिस ने अभी तक चार लोगों को अपनी गिरफ्त में ले लिए है।