रिपोर्ट: सत्यम दुबे
गया: होली से एक दिन पहले बड़े उल्लास के साथ होलिका दहन किया जाता है, माना जाता है कि होलिका माता लोगो के जीवन में खुशियां का भंडार कर देंगी, इसी के साथ ही जीवन में आने वाली बाधा को भी दूर कर देंगी। लेकिन रविवार को होलिका जलाने के दौरान बिहार केल गया से एक बड़ा है हादसा सामने आया है, जिसानकर आपके रोंगटे खड़े हो जायेंगे।
आपको बता दें कि बोधगया प्रखंड की मोराटाल पंचायत के राहुल नगर गांव में होलिका जलाने गए तीन बच्चे होलिका की चपेट में आ गये, जिससे उनकी दर्दनाक मौत हो गई। घटना के बाद होली आने से एक दिन पहले ही तीन घरों का चिराग जल गया। रविवार रात से ही पूरी पंचायत में सन्नाटा पसरा है।
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होलिका दहन के समय कलेश्वर मांझी का बेटा रोहित, बाबू लाल का बेटा नंदलाल मांझी और पिंटू मांझी का बेटा उपेंद्र मांझी अपने-अपने घर से थाली में पकवान रखकर परंपरा के अनुसार होलिका में आहुति देने के लिए पहुंचे थे। मिली जानकारी के मुताबिक तीनों बच्चे जब होलिका में आहुति दे रहे थे, उस वक्त तक होलिका में आग नहीं लगाई गई थी। लोग होलिका जलाने की तैयारी ही कर रहे थे। इसी दौरान होलिका में दो तरफ से आग लगा दी गई।
जैसे ही होलिका में आग लगी होलिका प्रचंड हो गई और तीनों बच्चों को अपनी चपेट में ले लिया। आपको बता दें कि एक तरफ आग की चपेट में आए बच्चे बचाव की गुहार लगा रहे थे, तो वहीं दूसरी तरफ गांव वाले होली है का शोर मचा रहे थे।
इसी बीच कुछ गांव वालों की नजर होलिका में तड़प रहे बच्चों पर पड़ी। किसी तरह गांव वालों ने जैसे-तैसे जान पर खेल कर तीनों बच्चों को आग से बाहर निकाला, लेकिन तब तक बहुत देर हो गई थी। तीनों बच्चों ने दम तोड़ दिया था।