मुंबई : पिछले दो सालों से जारी कोरोना महामारी के कारण देश की आर्थिक स्थिति डगमगा सी गई है। कई लोग बेरोजगार हो गए है। पास इतने पैसे नहीं है की घर का खर्च भी चल सकें। इसे लेकर कई बार लोगों को जमीनी कागज, मकान के पेपर और जेवरात तक गिरवी रखने पड़ रहे है, जिससे वे अपने परिवार का गुजारा चला सकें।
वहीं दूसरी तरफ सरकार इस बिगड़ती अर्थव्यवस्था के बीच नये करेंसी नोटों को छापने से इंकार कर रही है। जिससे मार्केट में मुद्रा का प्रवाह हो सकें और रोजगार उत्पन्न हो सकें। हालांकि इसी मुद्रा का संकट बॉलीवुड के एक एक्टर को भी करना पड़ रहा है। जिनके पास काम न होने के कारण पैसों का अभाव हो गया और इस अभाव के कारण वे अपनी बेटी का स्कूल फीस जमा नहीं कर सकें। इस कारण स्कूल प्रशासन ने उनकी बेटी को ऑनलाइन क्लास से बाहर निकाल दिया।
आपको बता दें कि इस एक्टर का नाम जावेद हैदर है, जिसने अपने कैरियर की शुरूआत यादों की बारात फिल्म में एक चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर किया था। फिल्म 1973 में रिलीज हुई थी। आज यहीं एक्टर मुफलिसी की जिंदगी बसर करने को मजबूर हैं। एक न्यूज पोर्टल से बातचीत के दौरान जावेद (Javed Haider) ने बताया कि, ‘मेरी एक बेटी है, जो क्लास 8 में पढ़ती है। एक पिता होने के नाते मेरी कोशिश है कि मैं उसे बेहतर तालीम दिला सकूं। पहले जबतक काम चल रहा था, तो कोई दिक्कत नहीं आई। लेकिन पिछले कुछ दिनों से हालात खराब होते जा रहे हैं। मेरी बेटी की ऑनलाइन क्लास चल रही है। तीन महीने की फीस तो उन्हें माफ की गई थी, लेकिन फिर हमें हर महीने लगभग 2500 रुपये भरने होते थे। ऐसे में मैं स्कूल गया और वहां एडमिनिस्ट्रेशन से बात की, तो उन्होंने यह कहा कि तीन महीने तो माफ किए थे।’
‘बेटी को ऑनलाइन क्लास से निकाला’
जावेद (Javed Haider) ने आगे बताया ‘मुझे समझ नहीं आता है कि स्कूल हम जैसे पैरेंट्स पर रहम क्यों नहीं करती है। लॉकडाउन होने की वजह से पिछले दो साल से बेटी की ऑनलाइन क्लासेस चल रही है। मैं वक्त में फीस भी जमा करता रहा। पिछले कुछ महीनों से फीस जमा नहीं कर पाया। ऐसे में उन्होंने मेरी बेटी को ऑनलाइन क्लास से निकाल दिया। कहीं से पैसे जमाकर जब फीस भरी, तब जाकर उसे बिठाया था।’
‘बीवी के जेवर बेचने को मजबूर’
अपनी स्थिति के बारे में बताते हुए जावेद (Javed Haider) कहते हैं, ‘मुझसे कई बार लोगों ने कहा कि मैं उनसे मदद मांग लूं। थोड़ा बहुत नाम कमाया है। ऐसे में बोलने में भी शर्म आती है कहीं जुबान खराब हो जाए। पैसा ऐसी चीज होती है कि कभी आपने मांगा और सामने वाले ने आपको इग्नोर करना शुरू कर दिया, तो मुसीबत हो जाती है। कई कई बार आप काम के लिए कॉल कर रहे होते हैं, तो भी वो आपको इग्नोर करता चलता है। डर यही रहता है कि जो काम मिलने वाला भी होता है, वो हाथ से निकल न जाए। इसलिए नॉन फिल्मी दोस्तों से उधार या फिर बीवी के जेवर व घर के पेपर को गिरवी रखकर ही हम जैसे लोग काम चलाते हैं।’