संसद के मॉनसून सत्र की संभावना पर सरकार अब सोच रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि अगस्त के अंतिम सप्ताह में सत्र शुरू किया जा सकता है।
दरअसल कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनज़र सत्र बुलाना संभव नहीं हो रहा है। समस्या यह भी है कि सामाजिक दूरी के मानदंडों का पालन करते हुए सत्र कैसे आयोजित किया जाएगा।
सरकार के सूत्रों ने कहा कि सत्र की अवधि और इसके आयोजन का तरीका सत्र की शुरुआत के समय मौजूदा स्थिति पर निर्भर करेंगे।
आपको बता दे कि कई अध्यादेश हैं जिन्हें संसद में पेश करने की आवश्यकता है इसलिए सत्र सामान्य अवधि का होगा।
बताते चले, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू सामाजिक दूरी जैसे मानदंडों के साथ संसद के मानसून सत्र आयोजित करने पर चर्चा करते रहे हैं।