रिपोर्ट: मोहम्मद आबिद
सहारनपुर: देश को आजाद हुए 7 दशक से भी ज्यादा का समय गुजर चुका है लेकिन देश के कई ईलाकों में आज भी लोगों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही है।
आज़ादी के सात दशक बीत जाने के बाद भी सहरानपुर के कस्बा बेहट के गांव कस्बागढ़ के ग्रामीण पीने के पानी को तरस रहे है। सरकार ने ग्रामीणों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए करोड़ों रूपये खर्च कर वाटर टैंक का निर्माण कराया गया लेकिन विभागीय लापरवाही के चलते लोगों को पीने तक का पानी मयस्सर नहीं हो पा रहा।
बतादें की सहारनपुर की तहसील बेहट इलाके के गांव कस्बागढ़ की तस्वीर बेहद चौकाने वाली है जहां ब्लॉक साढौली कदीम में पड़ने वाले गांव कस्बागढ़ में जल निगम ने लतीफपुर भूड़ जोन 9 नाम से कुछ साल पहले करोड़ों रूपये खर्च कर वाटर टैंक का निर्माण कराया गया था। और फिर टैंक का निर्माण पूरा होने के बाद वाटर टैंक विभाग के हैंडओवर कर दिया गया था। लेकिन पूरे गांव में पेयजल आपूर्ति नही हो पा रही है।
पूरे मामले में ग्रामीणों का कहना है कि अगर कभी कभार पानी आता है और इतना धीरे आता है जिसका अंदाजा लगा पाना भी मुश्किल है।नल में पानी न आने की वजह से ग्रामीणों को पीने के पानी के साथ ही मवेशियों की प्यास बुझाने और कपड़े-बर्तन धोने व अन्य घरेलू काम के लिए पानी को तरसना पड़ रहा है।ग्रामीणों का आरोप है कि वे इस बारे में कई बार शिकायत कर चुके है लेकिन अधिकारी कागज़ों में ही उनकी समस्याओं का निस्तारण कर देते है।