नई दिल्ली : केरल के विधानसभा चुनाव में सुर्खियों में आईं पहली ट्रांसजेंडर उम्मीदवार और जानी-मानी रेडियो जॉकी, मॉडल अनन्या कुमारी एलेक्स ने मंगलवार को सुसाइड कर लिया। इसके पीछे स्वास्थ्य संबंधी तकलीफें बताई जाती हैं। उनकी लाश कोच्चि स्थित फ्लैट पर लटकी मिली।
सर्जरी के बाद से स्वास्थ्य को लेकर परेशान थीं
पुलिस की शुरुआती जांच में इसे सुसाइड ही माना जा रहा है। बताया जाता है कि अनन्या कुमारी ने पिछले साल जून में सेक्स रिसाइनमेंट सर्जरी(sex-reassignment surgery) कराई थी। इसके बाद से वे स्वास्थ्य संबंधी गंभीर परेशानियों का सामना कर रही थीं। अनन्या ने इसे लेकर डॉक्टर और प्राइवेट हॉस्पिटल पर चिकित्सीय लापरवाही का आरोप लगाया था। अनन्या कुमारी ने पुलिस में दर्ज कराई अपनी शिकायत में कहा था कि सर्जरी के बाद से वे गंभीर शारीरिक दर्द के कारण काम करने में लाचार हो गई थीं। उन्होंने न्याय की मांग की थी।
नामांकन दाखिल करने वालीं केरल की पहली ट्रांसजेंडर
अनन्या ने केरल विधानसभा चुनाव में मलप्पुरम जिले के वेंगारा निर्वाचन क्षेत्र में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के नेता पीके कुंजालिकुट्टी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए नामांकन दाखिल किया था। ऐसा करने वाली वह केरल की पहली ट्रांसजेंडर थीं। उन्होंने डेमोक्रेटिक सोशल जस्टिस पार्टी (DSJP) के उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया था। हालांकि बाद में मतदान से एक दिन पहले उन्होंने अपना चुनाव अभियान स्थगित कर दिया था। तब उन्होंने आरोप लगाया था कि उन्हें परेशान किया जा रहा है। अपनी ही पार्टी के नेताओं से जान से मारने की धमकी मिल रही है। उन्होंने सार्वजनिक रूप से एक अपील जारी कर लोगों से डीएसजेपी को वोट न देने की अपील की थी।
कर्नाटक बना पहला राज्य
आपको बता दें कि कर्नाटक सभी सरकारी सेवाओं में ‘ट्रांसजेंडर’ समुदाय के लिए एक प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। सरकार ने इस संबंध में उच्च न्यायालय को एक रिपोर्ट सौंपी, जिसमें बताया गया कि कर्नाटक सिविल सेवा (सामान्य भर्ती) नियम, 1977 में संशोधन के बाद एक अधिसूचना पहले ही जारी की जा चुकी है।
कर्नाटक में ट्रांसजेंडर को 1 फीसद आरक्षण
6 जुलाई को जारी अंतिम अधिसूचना में सभी सामान्य और साथ ही तीसरे लिंग के लिए आरक्षित श्रेणियों में एक प्रतिशत आरक्षण तय किया गया है। जब भी सरकारी नौकरियों के लिए आवेदन आमंत्रित करने वाली अधिसूचना प्रकाशित की जाती है, तो पुरुष और महिला कॉलम के साथ ‘अन्य’ कॉलम जोड़ा जाना चाहिए। अधिसूचना में यह भी रेखांकित किया गया है कि चयन की प्रक्रिया में ट्रांसजेंडरों के साथ कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए।