रिपोर्ट: सत्यम दुबे
जयपुर: राजस्थान के फलौदी जेल से सोमवार को एस ऐसी घटना सामने आई है, जिसे जानकर आप भी दंग रह जायेंगे। सोमवार को यहां से 16 कौदीयों के फरार होने की घटना हुई थी। इस मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है। पुलिसकर्मियों के बताये अनुसार मामला फिल्मी लग रहा है। लेकिन सामने आई कुछ तस्वीरों से ही पोल खुल गया। इस मामले में CCTV फुटेज भी सामने आय़े हैं।
सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि 16 कैदी एक-एक कर जेल से फरार होते दिखाई दे रहे हैं। उसके बाद भी सभी कुछ दूर खड़ी एक स्कॉर्पियों गाड़ी में बैठ निकल जाते हैं। इस मामले में शुरुआती जॉच में दोषी पाए जाने पर चार कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
आपको बता दें कि फलौदी जेल में कार्यरत महिला सुरक्षा प्रहरी की आंखों में मिर्ची और सब्जी डालकर फरार हुए बंदी कचहरी परिसर से निकलने के बाद सभी सड़क पर एक साथ भागे। कुछ दूरी पर ही एक स्कार्पियो गाड़ी उनका इंतजार कर रही थी। एक के बाद सभी बंदी उस स्कार्पियो में बैठ फरार हो गए।
इस मामले पर तत्काल कार्रवाई करते हुए डीजी जेल राजीव दासोत ने चार जेल कर्मियों को निलंबित कर दिया है। प्रारंभिक जांच में सभी प्रहरियों की मिलीभगत का अंदेशा सामने आया है। बताया जा रहा है कि घटना के समय जेल के मेन गेट का ताला खुला हुआ था और बंदी आसानी से भाग निकले।
आपको बता दें कि किसी भी जेल में दो दरवाजे होते हैं, जेल के नियमों के अनुसार एक गेट खोलने पर दूसरे गेट का ताला लगा होना आवश्यक होता है। जिससे एक दरवाजे से यदि कोई भाग निकले तो दूसरे गेट से आगे नहीं जा पाए, लेकिन इस बेसिक नियम की अनदेखी कर लापरवाही बरती गई है। इसी वजह से 16 बंदी जेल से भागने सफल रहे।
इस प्रकरण में जेल डीजी राजीव दासोत ने कहा है कि अगर 7 दिन के अंदर कैदी समर्पण नहीं करते हैं तो फरार बंदियों की चल व अचल संपत्तियां कुर्क की जा सकती है।