पाकिस्तान एक तरफ जहां राग अलाप रहा है कि हिंदुस्तान में मुस्लिम सुरक्षित नहीं हैं, और नागरिकता कानून बिल और एनआरसी पर रो रहा है कि यह कानून मुस्लिमों के खिलाफ है। वैसे भी पड़ोसी मुल्क का हमेसा से हिंदुस्तान के किसी भी मुद्दे में अड़चन डालने की आदत रही है। लेकिन उसके खुद के मुल्क में हिंदू और सिख सुरक्षित नहीं हैं। शुक्रवार को पाकिस्तान में स्थित सिखों के पवित्र धर्मस्थलों में से एक ननकाना साबिह गुरुद्वारे पर पत्थरबाजी की गई और सिखों को धमकी दी गई है।
यह तो तय हो गया है कि पाकिस्तान में मुस्लिम के अलावा किसी और धर्म को लोग सुरक्षित नहीं हैं, क्योंकि ननकाना साहिब गुरुद्वारे में हुए सिखों पर हमले से साबित होता है कि पाकिस्तान को लोगों की कितनी फीक्र है। कई वीडियो जो सामने आए हैं उसमें यह देखा जा रहा है कि पाकिस्तान से सिखों को बाहर जाने के लिए कहा जा रहा है।
शुक्रवार दोपहर को भीड़ ने गुरुद्वारे को घेर लिया था और पत्थरबाजी की। घटना के बाद मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस को तो तैनात कर दिया गया, लेकिन स्थिति अभी भी तनावपूर्ण है। इस घटना से संबंधित एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें एक कट्टरपंथी वहां के सिखों को ननकाना साहिब से चले जाने की धमकी दे रहा है।
मीडिया में आ रही खबरों की माने तो गुरुद्वारे पर हमला करने वाली भीड़ का नेतृत्व मोहम्मद इमरान नाम का शख्स कर रहा था। यह शख्स उसी परिवार से संबंधित है, जिसने जगजीत कौर नाम की सिख युवती का अपहरण किया था और जबरन धर्मांतरण कराया था। हसन नाम के शख्स ने जगजीत कौर से शादी की थी और उसका नाम आएशा बीबी रखा गया था। वीडियो में मोहम्मद इमरान सिखों को धमकी देता नजर आ रहा है और यह कहता दिख रहा है कि ननकाना साहिब में सिखों को रहने नहीं दिया जाएगा।
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि, ‘निंदनीय कृत्य सिख लड़की जगजीत कौर के अपहरण और जबरन धर्मांतरण के बाद हुआ है जिसे पिछले साल अगस्त में उसके घर से अगवा कर लिया गया था।’ इसके आगे विदेश मंत्रालय ने कहा कि, ‘भारत धार्मिक स्थल के तोड़फोड़ की निर्दयतापूर्ण कृत्य की कड़ी निंदा करता है। हम पाकिस्तान सरकार से मांग करते हैं कि वह सिख समुदाय की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के तत्काल कदम उठाए।’
भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि, वह पवित्र धर्मस्थल और सिखों पर हमले के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे। इसके आगे उन्होंने कहा कि, सिख समुदाय पर हमला और गुरुद्वारा में तोड़फोड़ की घटना में दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही पाकिस्तान सरकार को पवित्र ननकाना साहिब गुरुद्वारे की पवित्रता को सुरक्षित व संरक्षित रखने के लिए हर उपाय करने चाहिए।