नई दिल्ली : 17 जनवरी से शुरू होने वाले पल्स पोलियो कार्यक्रम को लेकर राज्य सरकार असमंजस में हैं। क्योकि एक तरफ जहां केंद्रीय स्वास्थ मंत्री ने 17 जनवरी को होने वाले पोलियो टीकाकरण को रद्द कर आगे बढ़ाया हैं तो वहीं दूसरी तरफ राज्य सरकार को इस बात की जानकारी नहीं है की आखिर यह टीकाकरण होगा या नहीं। क्योंकि राज्य सरकार का कहना है कि उन्हें अभी तक इस आदेश का कॉपी नहीं मिला है।
आपको बता दें कि भारत में बड़े स्तर पर पोलियो ड्रॉप से जुड़ा अभियान चलाया जाता है। जो हर साल 17 जनवरी को टीकाकरण दिवस के दिन शुरू होता है। इस टीकाकरण के दौरान लाखों की संख्या में बच्चों को पोलियो दी जाती है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा अभियान चलाता है, लेकिन अब कोरोना वैक्सीनेशन के अभियान के कारण इसे कुछ वक्त के लिए टाल दिया गया है। अब ये अभियान कब होगा, अभी इसकी जानकारी नहीं है।
केंद्रीय स्वास्थ मंत्रालय ने बुधवार को इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि, अप्रत्याशित गतिविधियों के कारण अभी इस कार्यक्रम को अगले आदेश तक रद्द किया जाता है। आपको बता दें कि हाल ही में पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा करते हुए कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर बात की थी। इस दौरान उन्होंने राज्यों से कहा था कि कोरोना वैक्सीनेशन का काम दुनिया का सबसे बड़ा अभियान होगा, लेकिन इसके साथ अन्य वैक्सीनेशन का काम भी चलता रहेगा। पीएम मोदी ने कहा था कि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जिन अभियानों को चलाया जाता रहा है, वो चलते रहेंगे और कोरोना वैक्सीनेशन का काम भी होगा।
बता दें सरकार 17 जनवरी से कोरोना टीकाकरण के पहले फेज की शुरुआत हो रही है। इसके तहत तीन करोड़ स्वास्थ्य कर्मचारियों और फ्रंट लाइन वर्कर्स को कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी।