रिपोर्ट: सत्यम दुबे
शामली: कोरोना महामारी के कारण बंद हुए स्कूलों से बच्चों की पढ़ाई भी बाधित हुई है, लेकिन जिन बच्चों में पढ़ने का शौक है, उनके लिए महामारी जैसी आपदा भी कोई संकट नहीं खड़ा कर सकती है। ये बातें हम इसलिए कह रहें हैं, कि शामली की एक क्लास 11 की बच्ची निकिता चौधरी ने सोशल मीडिया का सकारात्मक उपयोग करते हुए अपने जिले के पुलिस अधिक्षक सुकीर्ती माधव मिश्रा से क्लास 11 की ह्यूमैनिटीज की किताबों को उपलब्ध कराने का अनुरोध करते हुए ट्वीटर पर SP को टैग कर लिखा कि “सर, क्या आप क्लास 11 की ह्यूमैनिटीज की किताबें उपलब्ध करा सकते हैं। बुक शॉप खुल नहीं रही हैं शामली में और स्कूल वाले बोल रहे हैं कि कोर्स जल्दी खरीदो बाहर से। प्लीज मदद करिए।“
@SukirtiMadhav sir,kya aap class 11th humanity side ki books available kra skte hai,sir book shop nhi khul rhi hai Shamli mein aur school wale bol rhe hai ki course khreedo jldi bahar se,plz help sir
— Nikita Chaudhary (@NikitaC37969386) May 20, 2021
जिसके बाद SP साहब ने तत्काल संज्ञान लेते हुए किताबों की व्यवस्था कराई और अपने एक सिपाही को निकिता के घर किताबों को देने के लिए भेजा। जब निकिता किताबों का पैसा देने लगी तो पुलिसकर्मी ने पैसा लेने से इंकार कर दिया औऱ कहा कि किताबों का भुगतान SP साहब ने कर दिया है। सिपाही ने आगे कहा कि सर ने कहा कि किसी वस्तु की जरूरत हो बताना। SP द्वारा किये गये इस कार्य का नितिका चौधरी और उसकी बहन ने एसपी सुकीर्ति माधव व शामली पुलिस का धन्यवाद किया।
Because studies must go on..!
Best wishes from @PoliceShamli. https://t.co/BGXyMHETwP pic.twitter.com/KaKrv1AZtx— Sukirti Madhav Mishra (@SukirtiMadhav) May 21, 2021
सोशल मीडिया से लेकर हर जगह SP सुकीर्ति माधव मिश्रा की हर जगह तारीफ हो रही है। SP ने कहा कि, “यह कोई ऐसा बड़ा काम नहीं है। यह हमारा फर्ज था, जो हमने किया। मगर इस छोटे से काम से उस बच्ची के मन में पुलिस की जो छवि बनी है, वह जीवनभर उसके साथ रहेगी। इतने नकारात्मकता भरे माहौल में भी उसे लगेगा कि पुलिस उसकी दोस्त ही है।“
SP से अनुरोध करने पर किताबें मिलने से खुश निकिता ने ट्वीट कर एसपी सुकीर्ति माधव और शामली पुलिस को धन्यवाद बोला। निकिता ने कहा, “आप लोग हर मिनट जिस मेहनत और लगन के साथ काम कर रहे हैं, वह अद्भुत है और प्रेरणादायक है। आप लोग असली सुपरहीरो हैं। मुझे लगता है कि यही बात है जो आप यूनिफॉर्म पहने स्त्री-पुरुषों को बाकी दुनिया से अलग बनाती है।“
कोरोना महामारी के इस भीषण दौर में सोशल मीडिया ही लोगो का सहारा बनीं है। इसमें ट्वीटर ने अपनी बनी भूमिका निभाई है। लोग दवा, इंजेक्शन, अस्पताल में बेड से लेकर खाने और राशन तक के लिए लोगों ने इस पर मदद मांगी और बात जब नेताओं, अधिकारियों, सरकार और सोशल वर्कर्स तक पहुंची तो मदद भी मिली।