पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के पहले राज्य की राजनीति में काफी उठापटक देखने को मिल रही है। तृणमूल कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी का हाथ थामने वाले शुभेंदु अधिकारी अब जल्द ही टीएमसी प्रमुख और ममता बनर्जी को एक और झटका देने वाले हैं।
बीजेपी नेता और ममता सरकार में पूर्व मंत्री रहे चुके शुभेंदु अधिकारी के भाई सौमेंदु अधिकारी को हाल ही में पूर्व मेदिनीपुर जिले में कांठी नगरपालिका के प्रशासक बोर्ड के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था।
अध्यक्ष पद से हटाए जाने के फैसले को उन्होंने कलकत्ता हाईकोर्ट में चुनौती दी है। अब गुरुवार को सौमेंदु ने इस बात की ओर इशारा किया कि अपने भाई के पगचिह्नों पर चलते हुए वह भी तृणमूल कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल होंगे। उन्होंने कहा, ‘हर घर में कमल खिलेगा। थोड़ा इंतजार करें।’
यहां पर सौमेंदु अधिकारी का कमल से मतलब बीजेपी के चुनाव चिह्न से था। सौमेंदु ने कहा, ‘याद रखिएगा, हम 108 कमल के साथ मां दुर्गा की पूजा करेंगे।’ सौमेंदु पूर्व मेदिनीपुर में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के हालिया राजनीतिक कार्यक्रमों में शामिल नहीं हुए थे। पार्टी नेताओं ने आरोप लगाया था कि वह अपने भाई का समर्थन कर रहे हैं और उनकी मदद कर रहे हैं।
बता दें कि राज्य के पूर्व परिवहन मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे शुभेंदु अधिकारी 19 दिसंबर, 2020 को मेदिनीपुर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रैली में 9 विधायकों और एक सांसद के साथ बीजेपी में शामिल हुए थे।
बीजेपी में शामिल होने के बाद शुभेंदु ने बीते मंगलवार एक रैली में कहा था, ‘मेरे परिवार में कमल खिलेगा।’ उनके पिता शिशिर अधिकारी और भाई दिव्येंदु तृणमूल कांग्रेस सांसद हैं। फिलहाल उन्होंने तृणमूल कांग्रेस पार्टी छोड़ने को लेकर कोई बात नहीं की है।