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शिवसेना ने सरकार बनाने के लिए कौन-से मुद्दों पर समझौता किया-फडणवीस

By: RNI Hindi Desk 
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शिवसेना ने सरकार बनाने के लिए कौन-से मुद्दों पर समझौता किया-फडणवीस

महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के बयान का पलटवार करते हुए निशाना साधा। उन्होंने पत्रकारों से बीतचीत के दौरान कहा कि, संविधान में धर्म के आधार पर किसी को भी आरक्षण देने की कोई रचना नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आर्थिक रूप से दुर्बल को दस प्रतिशत आरक्षण दिया है। इसमें आर्थिक रूप से पिछड़े मुसलमानों और अन्य समाज को आरक्षण मिल सकता है।

साथ ही उन्होंने कहा कि, इसके बावजूद इस प्रकार की घोषणा की गई है, इसलिए हम शिवसेना से यह जानना चाहते हैं कि जिस समय सरकार बनी तो किन-किन चीजों पर सेटिंग हुई, किन-किन चीजों पर मान्यता दी, शिवसेना ने अपनी विचारधारा को छोड़कर सरकार बनाने के लिए कौन-से मुद्दों पर समझौता किया?

आपको बता दें कि, बीते शुक्रवार को शिवसेना ने दिल्ली हिंसा को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा । शिवसेना ने गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा है कि, शाह कहां थे? क्या कर रहे थे? सामना में प्रधानमंत्री के तीन दिन बाद शांति के आवाहन करने पर उन्हें भी घेरा है। शिवसेना ने कहा है कि, देश की राजधानी में 37 लोग मारे गए उनमें पुलिसक्रमी भी हैं तथा केंद्र का आधा मंत्रिमंडल उस समय अहमाबाद में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को सिर्फ ‘नमस्ते, नमस्ते साहेब’ कहने के लिए गया था।

सामना में लिखा गया है कि, केंद्र में कांग्रेस अथवा दूसरे गठबंधन की सरकार होती तथा विरोधी सीट पर भारतीय जनका पार्टी का महामंडल होता तो दंगों के लिए गृहमंत्री का इस्तीफा मांगा गया होता। गृहमंत्री के इस्तीफे के लिए दिल्ली में मोर्चा व घेराव का आयोजन किया गया होता। राष्ट्रपति भवन पर धावा बोला गया होता। गृहमंत्री को नाकाम ठहराकर ‘इस्तीफा चाहिए’ ऐसी मांग की गई होती, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि भाजपा सत्ता में है और विपक्ष कमजोर है। फिर भी सोनिया गांधी ने गृहमंत्री का इस्तीफा मांगा है।

वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शांति की अपील को लेकर निशाना साधते हुए सामना में लिखा गया है कि, केंद्रीय गृहमंत्री व उनके सहयोगी अहमदाबाद में थे, उसी समय गृहविभाग के एक गुप्तचर अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या दंगों में हो गई। लगभग तीन दिनों बाद प्रधानमंत्री मोदी ने शांति बनाए रखने का अपील किया। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल चौथे दिन अपने सहयोगियों के साथ दिल्ली की सड़कों पर लोगों से चर्चा करते दिखे, इससे क्या होगा? जो होना था वो नुकसान पहले ही हो चुका है।

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