पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदू, सिख और ईसाई तो दमन के शिकार हैं ही, शिया मुसलमानों को भी निशाना बनाया जा रहा है।
शियों की हत्या के लिए कुख्यात आतंकी संगठन सिपाह-ए-सहाबा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में सुन्नी मुसलमान कराची की सड़कों पर उतर आए।
प्रदर्शन के नाम पर शिया समाज की मस्जिदों और इमामबाड़े को निशाना बनाया गया। घटना के बाद से शिया वर्ग के लोग दहशत में हैं।
पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर कराची में शुक्रवार को कुछ बड़े सुन्नी संगठनों ने सिपाह-ए-सहाबा के नेतृत्व में शिया विरोधी रैली निकाली।
वे शिया वर्ग को इस्लाम से निष्कासित करने व उन्हें काफिर करार देने की मांग कर रहे थे। कराची स्थित पुराने शहर के लाइंस एरिया से जब मोटरसाइकिल रैली गुजरी तो वहां स्थित इमामिया मस्जिद व शिया इमामबाड़े पर पथराव किया गया।
वहां पाकिस्तानी रेंजर्स मौजूद थे, लेकिन हमलावरों को रोकने की कोई कोशिश नहीं की।
शनिवार को भी कराची में सुन्नी वर्ग के कई समूहों ने विशाल सभा की, जिसमें शिया वर्ग के खिलाफ बहुत ही आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया गया।