नई दिल्ली: भले ही हमारे देश और देश की जनता कितनी ही मॉर्डन हो गयी हो लेकिन आज भी यहां लोग सेक्स पर खुलेआम बात करने में नजरें चुराते है। अब ये तो हम सभी जानते है कि सेक्स हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है । लेकिन अक्सर आपने नोटिस किया होगा कि सेक्स करने के दौरान महिलाओं को अपने प्राइवेट पार्ट में दर्द महसूस होता है। पर क्या आप जानते है कि आखिर पहली बार सेक्स करने पर लड़कियों को दर्द क्यों होता है? तो चलिए आज हम आपको बताते है कि सेक्स के दौरान सड़कियों को दर्द क्यों होता है-
जब हम फर्स्ट टाइम सेक्स करते है तो फीमेल को पेनिट्रेशन के दौरान दर्द होता है। लेकिन इसकी वजह अलग-अलग होती है।
हाइमन का टूटना
हाइम एक बहुत पतली टिशू होती है जो वजाइना की एंट्रेंस को कवर करती है। पेनिट्रेशन के दौरान यह हाइमन टूट जाता है, जिससे दर्द होता है और थोड़ी ब्लीडिंग भी होती है।
वजाइना ओपनिंग का स्ट्रेच होना
लेकिन ध्यान रहे हेवी एक्सरसाइज, साइकलिंग, रनिंग आदि जैसी ऐक्टिविटीज के कारण हाइमन पहले से ही टूट सकता है। लेकिन ऐसा नहीं है कि जिनका हाइमन टूट चुका हो उनको दर्द महसूस ना होता हो। वो महिलाएं भी फर्स्ट टाइम सेक्स के दौरान दर्द महसूस करती हैं जिसकी वजह वजाइना ओपनिंग का छोटा होना है। पेनिट्रेशन के कारण इस एरिया की मसल्स स्ट्रेच होती हैं जिससे दर्द का अनुभव होता है।
डर भी है एक वजह
आमतौर पर लड़कियों के दिमाग में यह बैठा होता है कि फर्स्ट टाइम सेक्स के दौरान दर्द होगा ही। इसीलिए पहली बार इंटरकोस के दौरान ये माइंड सेट हो जाने पर भी पेनिट्रेशन में दिक्कत आती है जो ज्यादा दर्दभरा अनुभव बन जाता है।
सर्विक्स से कॉन्टैक्ट
दर्द का एक कारण डीप पेनिट्रेशन भी है। इस तरह के सेक्स में पीनस सर्विक्स के कॉन्टैक्ट में आ जाता है जिससे दर्द महसूस होता है।
लूब्रिकेशन में कमी
वजाइना में लूब्रिकेशन की कमी भी दर्द का एक बड़ा कारण है। बेहतर यही है कि फर्स्ट टाइम सेक्स के दौरान लूब्रिकेशन का इस्तेमाल जरूर करें, इससे दर्द जरूर कम होगा।