1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तराखंड
  3. देवभूमि में आए सैलाब ने कर दिया सबकुछ तबाह, जाने क्या है ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट…

देवभूमि में आए सैलाब ने कर दिया सबकुछ तबाह, जाने क्या है ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट…

By: RNI Hindi Desk 
Updated:
देवभूमि में आए सैलाब ने कर दिया सबकुछ तबाह, जाने क्या है ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट…

रिपोर्ट: सत्यम दुबे

देहरादून: देव भूमि उत्तराखंड में रविवार को नंदादेवी ग्लेशियर के टूटने की वजह से धौलीगंगा नदी में बाढ़ आ गया। इस प्राकृतिक आपदा में 150 से अधिक लोगो ने अपनी जान गंवाई है। हादसे सूचना मिलते ही मौके पर लोगों को बचाने के लिए एनडीआरएफ, आईटीबीपी, थल सेना और वायु सेना के जवान राहत एवं बचाव कार्य में जुट गये।

वदीं दूसरी ओर इस हादसे में सबसे ज्यादा नुकसान ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट को हुआ है। इस पावर प्रोजेक्ट में काम करने वाले कई मजदूर लापता हो गये हैं। आज हम आपको बताते हैं कि क्या है ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट…?

उत्तराखंड के चमोली जिले में बिजली उत्पादन की एक परियोजना चल रह रही है। इसी विद्युत परियोजना का नाम ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट है। यह परियोजना यहां करीब 10 साल से ज्यादा के समय से कार्यरत है। यह परियोजना सरकारी नहीं है, बल्कि निजी कंपनी की परियोजना है। आपको बता दें कि ऋषि गंगा नदी धौली गंगा से मिलती है। ग्लेशियर टूटने से इन दोनो नदियो का बहाव तेज हो गया। इन दोनो नदियो में बाढ़ जैसे हालात बन गये।

इस पावर प्रोजेक्ट को बंद कराने के लिए कई सामजिक संस्थाओं ने काफी कोशिश की थी। आपको बता दें कि यहां के लोगों ने इसे बंद कराने के लिए न्यायालय के शरण में भी गये थे। फिर भी इस परियोजना को बंद नहीं किया गया। इस भयंकर प्राकृतिक आपदा से ऋषिगंगा प्रोजेक्ट को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा है। इस परियोजना मे काम करने वाले करीब 150 से ज्यादा मजदूर गायब हो गये हैं।

ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट के माध्यम से 63,520 MWH बिजली बनाने का लक्ष्य रखा गया था। लेकिन यहां कितना उत्पादन हो रहा था, इसकी कोई आधिकारिक जानकारी मौजूद नहीं है। शुरुआती दावों की बात करें तो ये कहा गया था कि जब भी प्रोजेक्ट अपनी पूरी क्षमता पर काम करेगा तब यहां से बनने वाली बिजली दिल्ली, हरियाणा समेत कुछ अन्य राज्यों में सप्लाई की जाएगी।

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...