रिपोर्ट: सत्यम दुबे
बोकारो: कोरोना महामारी से देश में मचे हाहाकार के बीच लोग एकजुट होकर महामारी को हराने के लिए अपना योगदान दे रहे हैं। चाहे वो देश के धनपति हों, याफिर एक साधारण मजदूर, हम ये बातें इसलिए कह रहे हैं कि बोकारो स्टील प्लांट से देश में योगदान देने वाले मजदूरों का योगदान सामने आया। मजदूर और अधिकारी अपनी चिंता छोड़कर ऑक्सीजन की कमीं से लोगे की जान बचाने लिए जी-जान से लगातार काम कर रहे हैं।
आपको बता दें कि देश में ऑक्सीजन की कमीं को दूर करने के लिए बोकारो स्टील प्लांट सबसे ज्यादा ऑक्सीजन का उत्पादन कर रहा है। यहां से हर दिन 150 टन ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा रहा है। यहां के ऑक्सीजन उत्पादन से उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में सप्लाई की जा रही है।
आपको बता दें कि बोकारो सेल में ऑक्सिजन तैयार करने के लिए दो प्लांट हैं। दोनों प्लांटों में अभी तीन शिफ्ट में कर्मचारी काम करते हैं। एक शिफ्ट आठ घंटे की होती है। आठ घंटे की शिफ्ट में कर्मचारी बिना-रुके काम करते रहते हैं। हालात यह है कि अपनी टिफिन तक की सुध कर्मचारी नहीं ले रहे हैं। जब इन्हें टिफिन को लेकर कोई याद दिलाता है तो कर्मचारी कहते हैं कि अभी बहुत काम है।
एक कर्मचारी ने बताया0 कि हमें अभी कोरोना मरीजों की जान बचाने के लिए छोटा सा योगदान देने का मौका मिला है। ऐसे में इस वक्त को हम बर्बाद क्यों करें? हमें अभी लोगों को सेवा करने का मौका मिला है। काम पूरा होने के बाद ही हम लोग टिफिन करते हैं।
आपको बता दें कि बोकारो प्लांट से लखनऊ के लिए लगातार ऑक्सिजन की सप्लाई हो रही है। रविवार को लखनऊ से एक बार फिर ऑक्सिजन एक्स्प्रेस पहुंची है। इसलिए कर्मचारी और तेजी से काम कर रहे हैं। इस दौरान वह अपनी भी फिक्र नहीं कर रहे हैं। संकट की इस घड़ी में सिर्फ एक ही मकसद है कि प्लांट में बिना रुकावट काम जारी रहे।
बोकारो प्लांट में लिक्विड ऑक्सिजन तैयार किया जाता है। मशीनें दिन-रात शोर कर रही हैं। कर्मचारियों को टेंशन होती है कि ऑक्सिजन एक्सप्रेस नई खेप के लिए आने वाली है। बोकारो सेल में 25 अधिकारी और 145 मजदूर दिन रात काम में लगे हैं। हर दिन यहां 150 टन ऑक्सिजन का उत्पादन हो रहा है।
बोकारो सेल के आंकड़े के अनुसार अप्रैल महीने में अभी तक सबसे ज्यादा ऑक्सिजन की सप्लाई यूपी को हुई है। यहां से यूपी को 456 मिट्रिक टन, झारखंड को 308 मिट्रिक टन, बिहार को 374 मिट्रिक टन, पश्चिम बंगाल को 19 मिट्रिक टन, पंजाब को 44 मिट्रिक टन, महाराष्ट्र को 19 मिट्रिक और एमपी को 16 मिट्रिक टन ऑक्सीजन मिला है।