गणतंत्र दिवस 2025 के भव्य आयोजन में कर्तव्य पथ पर उत्तराखंड की झांकी ने दर्शकों का मन मोह लिया। “सांस्कृतिक विरासत और साहसिक खेल” थीम पर आधारित इस झांकी ने न केवल उपस्थित दर्शकों की तालियां बटोरीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ध्यान भी आकर्षित किया।
उत्तराखंड की सांस्कृतिक झलक
उत्तराखंड के कलाकारों ने पारंपरिक वेशभूषा में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया, जिसे दर्शकों ने सराहा। झांकी का मुख्य उद्देश्य राज्य की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और साहसिक खेलों एवं पर्यटन को बढ़ावा देना था।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर कर्तव्य पथ पर उत्तराखण्ड की झांकी ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का ध्यान आकर्षित किया।#RepublicDay2025#RepublicDay #republicdayindia #Delhi pic.twitter.com/eXvNU3mZ05
— Uttarakhand DIPR (@DIPR_UK) January 26, 2025
झांकी का स्थान: उत्तराखंड की झांकी ने परेड में मार्च करते हुए चतुर्थ स्थान पर प्रदर्शित होकर विशेष पहचान बनाई।
साहसिक खेलों की झलक
झांकी के ट्रेलर पार्ट में उत्तराखंड के रोमांचकारी खेलों और पर्यटन स्थलों को दर्शाया गया। हिल साइक्लिंग: नैनीताल और मसूरी में हिल साइक्लिंग की झलक।
स्नो स्कीइंग: ओली में बर्फ से ढके पहाड़ों पर स्नो स्कीइंग।
ट्रैकिंग: फूलों की घाटी और केदारकांठा जैसे लोकप्रिय ट्रैकिंग स्थलों का प्रदर्शन।
योग और एडवेंचर स्पोर्ट्स: ऋषिकेश में योग, बंजी जंपिंग, जिप-लाइनिंग और रॉक क्लाइम्बिंग की रोमांचकारी गतिविधियां।
प्रधानमंत्री का रिएक्शन
उत्तराखंड की झांकी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इतना प्रभावित किया कि उन्होंने इसे भारत की समृद्ध विविधता और राज्य की विशिष्टता का प्रतीक बताया। झांकी की सराहना करते हुए उन्होंने इसे देश के लिए प्रेरणादायक बताया। इस झांकी के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं और लोगों को इसे देखकर गर्व महसूस हो रहा है।
कर्तव्य पथ पर उत्तराखंड की पहचान
गणतंत्र दिवस परेड में उत्तराखंड की झांकी ने चौथा स्थान प्राप्त किया। यह राज्य की सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर के महत्व को उजागर करता है। झांकी ने यह संदेश दिया कि उत्तराखंड न केवल अपनी आध्यात्मिकता और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है, बल्कि साहसिक खेलों और पर्यटन के क्षेत्र में भी अग्रणी है।
झांकी का संदेश
उत्तराखंड की झांकी ने यह संदेश दिया कि राज्य न केवल अपनी आध्यात्मिक और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है, बल्कि साहसिक खेलों और रोमांचक पर्यटन के लिए भी अग्रणी है। यह झांकी राज्य की संस्कृति, प्रकृति और एडवेंचर को एक साथ प्रस्तुत करने का सफल प्रयास थी।
सांस्कृतिक धरोहर और रोमांच का संगम
कर्तव्य पथ पर उत्तराखंड की झांकी ने यह साबित किया कि राज्य अपनी अद्वितीय संस्कृति और साहसिक खेलों के जरिए देशभर के लोगों को प्रेरित करता है। यह झांकी गणतंत्र दिवस समारोह में एक यादगार प्रस्तुति रही।