रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपना दिल्ली दौरा खत्म कर वापस बंगाल पहुंच गईं। लेकिन उन्होने यहां भी एक नई चाल चल दी है। दरअसल, केंद्र सरकार द्वारा लाए गये तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ राकेश टिकैत के अगुवाई में किसानों का आंदोलन चल रहा है। ममता बनर्जी किसानों से मुलाकात करने वाली थी। उनका धरना स्थल पर आने का कार्यक्रम था। इस दौरान सुबह से लेकर शाम तक भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत अपने कार्यकर्ताओं के साथ उनका यूपी गेट पर इंतजार करते रहे, वहीं ममता बनर्जी प्रदर्शन कर रहे किसाने से बिना मिले वापस बंगाल पहुंच गई।
जिसके बाद भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने ममता बनर्जी के यूपी गेट पर नहीं आने के लेकर अजब सफाई दी है। उनका कहना है कि ममता बनर्जी के यहां आने की सूचना उन्हें मीडियाकर्मियों से मिली थी। उन्होंने उन्हें यहां आने का न्योता नहीं दिया था। न ही उनकी कोई बात हुई थी। राकेश टिकैत की यह सफाई किसी को पच नहीं आ रही है। कहा जा रहा है कि ममता बनर्जी यूपी गेट पर किसानों से मिलने की इच्छुक नहीं थी और न ही उन्होंने ऐसा कोई कार्यक्रम पहले से बनाया था।
ममता बनर्जी के यहां आने की अटकलों के बीच गुरुवार से ही यहां सुरक्षा-व्यवस्था बढ़ा दी गई थी। शुक्रवार सुबह से ही यहां बम निरोधक दस्ता, खुफिया विभाग सतर्क रहा। शुक्रवार सुबह नौ बजे ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने यहां डेरा जमा लिया। मीडियाकर्मियों का जमावड़ा लगा रहा मगर ममता बनर्जी यहां नहीं आई। कहा जा रहा है कि ममता बनर्जी के आने की खबर से किसान प्रदर्शन उत्साहित थे, लेकिन शाम को न आने की जानकारी मिली तो वे निराश हो गए।
जून महीने के दूसरे सप्ताह के दौरान राकेश टिकैत ने कोलकाता सचिवालय में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी। इस दौरान राकेश टिकैत ने तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों और किसानों के एतराज का मुद्दा उठाया था। इससे भी पहले राकेश टिकैत ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य में सभाएं की थी। इसके साथ टीएमसी की जीत पर ममता को बधाई भी दी थी।
आपको बता दें कि हाल ही में उन्होंने दावा किया है कि भाजपा का जो हाल पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में हुआ वहीं हाल आगामी उत्तर प्रदेश चुनाव में भी होगा। अगले से साल उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होना है। ऐसे में राकेश टिकैत यहां आंदोलन तेज करने की बात कह रहे हैं।