चीन से तनातनी के बीच जवानों का मनोबल बढ़ाने के लिए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भारतीय सेना के साथ दशहरा मना रहे हैं। उन्होंने ने विजयादशमी के अवसर पर रविवार को सिक्किम के नाथू ला में चीन सीमा के निकट शस्त्र पूजा की।
इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत चाहता है कि भारत-चीन की सीमा पर जो तनाव चल रहा है, भारत ये चाहता है कि तनाव खत्म हो। शांति स्थापित हो है लेकिन कभी-कभी नापाक हरकत होती रहती है।
मैं पूरी तरह से आश्वस्त हूं कि हमारे सेना के जवान किसी भी सूरत में अपने भारत की एक इंच भी जमीन किसी दूसरे के हाथों में जाने नहीं देंगे।’ अपनी यात्रा के दौरान राजनाथ सिंह ने सिक्किम में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की ओर से बनाए गए एक एक्सल रोड का ई-उद्घाटन किया।
भारतीय सेना के जवानों से भेंट करके मुझे हमेशा बेहद ख़ुशी होती है। उनका मनोबल बहुत ऊँचा रहा है, इसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है।
भारत चाहता है कि तनाव ख़त्म हो और शांति स्थापित हो। मैं पूरी तरह आश्वस्त हूँ कि हमारी सेना भारत की एक इंच ज़मीन भी दूसरे के हाथ में नहीं जाने देगी। pic.twitter.com/jS3GHa4fni
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 25, 2020
इस दौरान उन्होंने ट्वीट करके लिखा सभी देशवासियों को विजयदशमी पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ। आज के इस पावन अवसर पर मैं सिक्किम के नाथूला क्षेत्र में जाकर भारतीय सेना के जवानों से भेंट करूँगा एवं शस्त्र पूजन समारोह में भी मौजूद रहूँगा।
सभी देशवासियों को विजयदशमी पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ।
आज के इस पावन अवसर पर मैं सिक्किम के नाथूला क्षेत्र में जाकर भारतीय सेना के जवानों से भेंट करूँगा एवं शस्त्र पूजन समारोह में भी मौजूद रहूँगा।
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 25, 2020
उन्होंने अपने अगले ट्वीट में लिखा विजयादशमी पर्व पर आयोजित शस्त्रपूजन समारोह में भाग ले रहा हूँ। हमसे जुड़िए
विजयादशमी पर्व पर आयोजित शस्त्रपूजन समारोह में भाग ले रहा हूँ। हमसे जुड़िए https://t.co/sNQyKUm9f0
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 25, 2020
आप को बता दे कि चीन से लगी सीमा के निकट यह शस्त्र पूजा ऐसे वक्त की गई, जब लद्दाख में चीनी सेना के साथ गतिरोध कायम है। लद्दाख के साथ सिक्किम में भी मई के दौरान भारतीय औऱ चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई थी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पश्चिम बंगाल और सिक्किम की दो दिनों के दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने सैन्य बलों की तैयारियों का जायजा लिया। सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे भी उनके साथ हैं।