नई दिल्ली : भारतीय रेलवे लगातार अपनी सुविधाओं में नए-नए बदलाव कर रहा है। जिससे यात्रियों को फायदा मिल सके। इसी कड़ी में आज रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक बड़ा ऐलान किया है। रेल मंत्री ने कहा है कि यात्री, माल ढुलाई खंड के बाद रेलवे पर्यटन के लिए ट्रेनों का तीसरा खंड ‘भारत गौरव’ ट्रेन शुरू करेगा। आपको बता दें कि रेल मंत्री ने आज इसकी जानकारी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी।
To showcase India’s rich cultural heritage, Hon’ble MR Shri @AshwiniVaishnaw announces introduction of theme based tourist circuit trains, “Bharat Gaurav Trains”.
It would boost tourism in the country. pic.twitter.com/8AVqrqdxa0
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) November 23, 2021
इसके साथ ही उन्होंने इंडियन रेलवे के पैसेंजर और फ्रेट वर्टिकल के बाद टूरिज्म सेगमेंट का भी ऐलान किया है। इसके लिए लगभग 190 ट्रेन आवंटित की गई हैं।
जानें भारत गौरव ट्रेन की खासियत
आपको बता दें कि भारत गौरव ट्रेन भारत की संस्कृति, विरासत को प्रदर्शित करने वाली थीम पर आधारित होगी। बता दें कि भारत गौरव ट्रेन का संचालन निजी क्षेत्र और आईआरसीटीसी दोनों द्वारा किया जा सकता है और टूर ऑपरेटर द्वारा इन ट्रेनों का किराया तय किया जाएगा।
रेल मंत्री ने दी अहम जानकारियां
रेल मंत्री ने बताया कि आज से ही इसके लिए एप्लीकेशन या आवेदन मंगाए जाने शुरू किए जा रहे हैं। हमें अभी तक इस तरह के इनीशिएटिव के लिए अच्छा रिस्पॉन्स मिला है।
Press Conference by Hon’ble MR Shri @AshwiniVaishnaw on ‘Bharat Gaurav’ trains.https://t.co/KHo2vLIWK7
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) November 23, 2021
स्टेकहोल्डर्स इन ट्रेनों का नवीनीकरण करेंगे और चलाएंगे जबकि रेलवे इन ट्रेनों को मेंटेनेंस या रखरखाव, पार्किग और अन्य सुविधाओं को मुहैया कराएगा।
पूरी तरह से नया सेगमेंट
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आप इसे रेगुलर ट्रेन सर्विसेज की तरह ना देखें और ये सामान्य ट्रेन सर्विस नहीं है। भारत गौरव ट्रेनों का मुख्य उद्देश्य भारत में पर्यटन को बढ़ावा देना है और इसके कई तरह के आयाम हैं।
सुधार की हमेशा गुंजाइश रहती है
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि हमने इसके लिए अध्य्यन किया है और जब हम संस्कृति के किसी पहलू की बात करते हैं तो इसके लिए कई संवेदनशील बातें होती हैं। हमें निश्चित तौर पर अपने इस प्रयास के तहत डिजाइनिंग, खाने और पहनावे के साथ अन्य बातों पर ध्यान देकर उन्हें अपनाना होगा। हमें इस प्रक्रिया में सीखते हुए आगे बढ़ना होगा और इस प्रक्रिया में कोई भी आयाम पत्थर की लकीर नहीं है और जरूरत पड़ने पर इसमें सुधार की हमेशा गुंजाइश रहेगी जिससे हम यात्रियों को बेहतर से अधिक सुविधाएं मुहैया करा पाएंगे।