नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव होने में तकरीबन 6 माह शेष है, उससे पहले ही सभी पार्टियां कमर कसकर तैयार है। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अलीगढ़ दौरे के दौरान राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर स्थापित होने वाली यूनिवर्सिटी की नींव रख दी है। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहीं। अलीगढ़ में पीएम मोदी एक जनसभा को भी संबोधित किया और कहा कि आज अलीगढ़ के लिए और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए बहुत बड़ा दिन है।
पीएम मोदी ने किया कल्याण सिंह को याद
पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने अलीगढ़ में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह (Kalyan Singh) को याद किया। उन्होंने कहा कि, ‘मैं आज स्वर्गीय कल्याण सिंह जी की अनुपस्थिति बहुत ज्यादा महसूस कर रहा हूं। आज कल्याण सिंह जी हमारे साथ होते तो राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय और डिफेंस सेक्टर में बन रही अलीगढ़ की नई पहचान को देखकर बहुत खुश हुए होते। आज देश के हर उस युवा हो जो बड़े सपने देख रहा है, जो बड़े लक्ष्य पाना चाहता है, उसे राजा महेंद्र प्रताप सिंह जी के बार में अवश्य जानना चाहिए, अवश्य पढ़ना चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा कि, ‘राजा महेंद्र प्रताप सिंह जी के जीवन से हमें अदम्य इच्छाशक्ति अपने सपनों को पूरा करने के लिए कुछ भी कर गुजरने वाली जीवटता आज भी हमें सीखने को मिलती है। हमारी आजादी के आंदोलन में ऐसे कितने ही महान व्यक्तित्वों ने अपना सब कुछ खपा दिया, लेकिन ये देश का दुर्भाग्य रहा कि आजादी के बाद ऐसे राष्ट्र नायक और राष्ट्र नायिकाओं की तपस्या से देश की अगली पीढ़ियों को परिचित ही नहीं कराया गया। उनकी गाथाओं को जानने से देश की कई पीढ़ियां वंचित रह गईं. 20वीं सदी की उन गलतियों को आज 21वीं सदी का भारत सुधार रहा है।’
संबोधन के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जमकर तारीफ की। पीएम मोदी ने कहा कि अलीगढ़ में ही रक्षा उत्पादन से जुड़ी डेढ़ दर्जन कंपनियां सैकड़ों करोड़ रुपये के निवेश से हजारों नए रोजगार बनाने वाली है। कल तक जो अलीगढ़ तालों के जरिए घरों, दुकानों की रक्षा करता था, वो 21वीं सदी में हिंदुस्तान की सीमाओं की रक्षा करने का काम करेगा।
उन्होंने कहा कि यूपी के लोग भूल नहीं सकते कि पहले यहां किस तरह के घोटाले होते थे, किस तरह राज-काज को भ्रष्टाचारियों के हवाले कर दिया गया था। आज योगी जी की सरकार पूरी ईमानदारी से यूपी के विकास में जुटी हुई है। एक दौर था जब यहां शासन-प्रशासन, गुंडों और माफियाओं की मनमानी से चलता था। लेकिन अब वसूली करने वाले, माफियाराज चलाने वाले सलाखों के पीछे हैं।
इससे पहले सीएम योगी ने कहा कि, ‘आज राधा अष्टमी भी है और ब्रज क्षेत्र के लिए आज के दिन का बड़ा महत्व है। ये हमारा सौभाग्य है कि प्रधानमंत्री आज इस अलीगढ़ की पावन भूमि पर अपना मार्गदर्शन और आशीर्वाद प्रदान करने के लिए और यहां की बहुप्रतीक्षित मांगों को पूरा करने के लिए स्वयं हमारे बीच उपस्थित हैं।’
आपको बता दें कि साल 2014 में बीजेपी के कुछ स्थानीय नेताओं ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का नाम बदलकर राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर रखने की मांग की थी। उनकी दलील थी कि राजा ने एएमयू की स्थापना के लिए जमीन दान की थी। यह मामला तब उठा था जब एएमयू के अधीन सिटी स्कूल की 1.2 हेक्टेयर जमीन की पट्टा अवधि समाप्त हो रही थी और राजा महेंद्र प्रताप सिंह के कानूनी वारिस इस पट्टे की अवधि का नवीनीकरण नहीं करना चाहते थे।
राजनीतिक तौर पर काफी अहम है पीएम मोदी का दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) का पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ का दौरा अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव की वजह से राजनीतिक तौर पर काफी अहम है। राजा महेंद्र प्रताप विश्वविद्यालय के शिलान्यास के जरिए बीजेपी (BJP) की नजर पश्चिमी यूपी के जाट वोटरों पर है।
बीजेपी की पश्चिमी यूपी को साधने की कोशिश
यूपी विधान सभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) में अब 6 महीने से भी कम का वक्त बचा है। पिछले साल शुरू हुए किसान आंदोलन के बाद से पश्चिमी यूपी में बीजेपी को जनाधार खिसकने का डर सता रहा है, क्योंकि किसान आंदोलन में पश्चिमी यूपी के किसानों की बड़ी भूमिका है। ऐसे में अलीगढ़ दौरे के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिमी यूपी को साधने की कोशिश करेंगे। भले ही पूरे देश में आपको राजा महेंद्र प्रताप सिंह के बारे में बताने वाले कम मिलें, लेकिन पश्चिमी यूपी में उनकी विरासत पर चर्चा खूब होती है। बीजेपी की कोशिश है कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी के जरिए एक ओर तो वो युवाओं को साथ लाएं दूसरी ओर जाट समुदाय की नाराजगी को कम करें।
कौन थे राजा महेंद्र प्रताप सिंह?
राजा महेंद्र प्रताप सिंह हाथरस के राजा थे। राजा महेंद्र प्रताप सिंह के जाट समुदाय के होने की वजह से पश्चिमी यूपी में उनका काफी सम्मान है। राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने भारत की स्वतंत्रता के लिए 20 से 25 देशों मे आजादी की अलख जगाने के लिए यात्रा की। 31 वर्ष 8 महीने वो विदेशों में रहे और 1946 में भारत लौटे। राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने बुलंदशहर से लेकर अलीगढ़, हाथरस और वृंदावन में अपनी संपत्ति का 60-70 प्रतिशत हिस्सा शिक्षण संस्थाओं को दान दे दिया। यहां तक कि उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के लिए भी जमीन दान दी थी। हालांकि इतिहास में उनके किए गए कामों को दबा दिया गया। अलीगढ़ यूनिवर्सिटी (Aligarh University) के लिए उन्होंने ढाई एकड़ जमीन दान दी थी, लेकिन AMU में उनके नाम पर कुछ भी नहीं है।
92 एकड़ में बनेगा विश्वविद्यालय
राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय 92 एकड़ में बनेगा। इसे बनाने में करीब 101 करोड़ रुपये की लागत आएगी। अलीगढ़, कासगंज, हाथरस और एटा के 395 कॉलेज को इसी विश्वविद्यालय से संबद्ध किया जाएगा। इस विश्वविद्यालय के बनने के बाद अलीगढ़ मण्डल के छात्र-छात्राओं को हायर एजुकेशन का फायदा मिलेगा।