1. हिन्दी समाचार
  2. देश
  3. दिल्ली के प्रगति मैदान में ड्रोन महोत्सव का पीएम मोदी किया उद्घाटन, कही ये बात, पढ़ें

दिल्ली के प्रगति मैदान में ड्रोन महोत्सव का पीएम मोदी किया उद्घाटन, कही ये बात, पढ़ें

पीएम मोदी ड्रोन प्रदर्शन देखेंगे और ड्रोन प्रदर्शनी केंद्र में स्टार्टअप्स के साथ बातचीत करेंगे। भारत ड्रोन महोत्सव दो दिवसीय कार्यक्रम है और 27-28 मई को आयोजित किया जा रहा है।

By: RNI Hindi Desk 
Updated:
दिल्ली के प्रगति मैदान में ड्रोन महोत्सव का पीएम मोदी किया उद्घाटन, कही ये बात, पढ़ें

पीएम मोदी ड्रोन प्रदर्शन देखेंगे और ड्रोन प्रदर्शनी केंद्र में स्टार्टअप्स के साथ बातचीत करेंगे। भारत ड्रोन महोत्सव दो दिवसीय कार्यक्रम है और 27-28 मई को आयोजित किया जा रहा है। महोत्सव में सरकारी अधिकारियों, विदेशी राजनयिकों, सशस्त्र बलों, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों, सार्वजनिक उपक्रमों, निजी कंपनियों और ड्रोन स्टार्टअप आदि सहित 1600 से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे

पीएम मोदी ने कहा, हर महीने मैं सरकारी अधिकारियों के साथ प्रगति बैठक आयोजित करता हूं और ड्रोन की मदद से देश के विभिन्न हिस्सों में विकास कार्यों की समीक्षा करता हूं।

पहले की सरकारों के समय तकनीक को समस्या का हिस्सा समझा गया, उसको गरीब विरोधी साबित करने की कोशिशें हुईं। इस कारण 2014 से पहले गवर्नेंस में टेक्नॉलॉजी के उपयोग को लेकर उदासीनता का वातावरण रहा। इसका सबसे अधिक नुकसान गरीब, वंचितों, मिडिल क्लास को हुआ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

दिल्ली में 2 दिवसीय भारत ड्रोन महोत्सव 2022 में पीएम मोदी ने कहा -प्रौद्योगिकी ने सरकारी योजनाओं के अंतिम-मील वितरण को सुनिश्चित करने का मार्ग प्रशस्त किया है। रक्षा क्षेत्र और आपदा प्रबंधन में ड्रोन का उपयोग बढ़ेगा।

भारत ड्रोन महोत्सव 2022 में पीएम मोदी ने कहा -भारत में ड्रोन तकनीक को लेकर जो उत्साह देखा जा रहा है वह अद्भुत है। यह भारत में रोजगार सृजन के उभरते हुए क्षेत्र की संभावनाओं की ओर संकेत करता है।

पीएम मोदी ने ड्रोन महोत्सव को संबोधित करते हुए कहा कि, आज भारत स्टार्टअप पावर के तौर पर ड्रोन टेक्नोलॉजी में तेजी से आगे बढ़ रहा है. ये उत्सव सिर्फ टेक्नोलॉजी का नहीं है, बल्कि नए भारत की नई गर्वनेंस का नए प्रयोगों के प्रति अभूतपूर्व पॉजिटिविटी का भी उत्सव है। 8 साल पहले यही वो समय था जब भारत में हमने सुशासन के नए मंत्रों को लागू करने की शुरुआत की थी। हमने ईज और लिविंग और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को प्राथमिकता बनाया. हमने सबका साथ सबका विकास के मंत्र पर चलते हुए देश के हर नागरिक को सरकार से कनेक्ट करने का रास्ता चुना. हमने आधुनिक टेक्नोलॉजी पर भरोसा किया।

पीएम मोदी ने कहा कि, पहले की सरकारों के समय टेक्नॉलॉजी को समस्या का हिस्सा समझा गया, उसको एंटी गरीब साबित करने की कोशिशें हुईं। इस कारण 2014 से पहले गवर्नेंस में टेक्नॉलॉजी के उपयोग को लेकर उदासीनता का वातावरण रहा। इसका सबसे अधिक नुकसान देश के गरीब को हुआ, वंचित को हुआ, मिडिल क्लास को हुआ। उन्होंने आगे कहा कि, पहले के समय में लोगों को घंटों तक अनाज, कैरोसीन, चीनी के लिए लाइन लगानी होती थी. लोगों को डर रहता था कि उनके हिस्से का सामान उन्हें मिल भी पाएगा या नहीं. आज तकनीक की मदद से हमने इस डर को खत्म कर दिया है. अब लोगों को भरोसा है कि उनके हिस्से का उन्हें मिलेगा ही मिलेगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों ने टेक्नोलॉजी को समस्या का हिस्सा समझा। उसे गरीब विरोधी साबित करने की कोशिश की गई। इस कारण 2014 से पहले गवर्नेंस में टेक्नॉलॉजी के उपयोग को लेकर उदासीनता का वातावरण रहा। इसका सबसे अधिक नुकसान गरीब को हुआ, वंचित को हुआ और मिडिल क्लास को हुआ। उन्होंने कहा, तकनीकी के माध्यम से हम आगे बढ़कर अंत्योदय के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।

 

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...