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एंटीलिया मामले में फंसे परमवीर सिंह!, किसी भी वक्त हो सकती है पूछताछ

By: RNI Hindi Desk 
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एंटीलिया मामले में फंसे परमवीर सिंह!, किसी भी वक्त हो सकती है पूछताछ

रिपोर्ट: सत्यम दुबे

नई दिल्ली: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में उस वक्त हड़कंप मच गया जब, एशिया के सबसे बड़े धनपति और देश के सबसे बड़े उद्योगपति अनिल अंबानी के घर एंटीलिया के सामने बीते 25 फरवरी को एक अज्ञात कार खड़ी मिली। पुलिस ने जब सूचना पाकर कार की ज़ॉच की तो उस कार से एक धमकी भरा पत्र मिला। जिसके बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए केंद्रीय जॉच एंजेंसी को जॉच सौंपी गई।

NIA ने जब अपने तरीके से जॉच शुरु की तो इसमें महाराष्ट्र पुलिस अधिकारी सचिन वाजे का नाम सामने आया, जिससे सभी होश उड़ गये। केंद्रीय जॉच एजेंसी NIA ने पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को गिरफ्तार कर लिया है। NIA ने सचिन वाजे के खिलाफ 120 (बी), 286, 465, 473, 506(2) के तहत मामला दर्ज किया है।

आपको बता दें कि NIA ने सचिन वाजे को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जिसके बाद कोर्ट ने रविवार 14 मार्च को सचिन वाजे को रिमांड पर भेज दिया है। कोर्ट ने वाजे के 25 मार्च तक रिमांड पर भेजा है। NIA के अधिकारियों ने जब सचिन वाजे के ऑफिस में फापा मारा तो, वहां से कुछ और रोजक जानकारी मिली। वहां के कर्मचारियों ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में जो आदमीं दिखा रहा है। वह कोई और नहीं बल्कि सचिन वाजे ही है। इसके बाद मंगलवार को पुलिस अधिकारी ने बताया कि “सीसीटीवी फुटेज में जो आदमी पीपीई किट में दिख रहा था, वह सचिन वाजे ही थे। बताया कि उन्होंने पीपीई किट को बाद में नष्ट कर दिया था। जांच में पुलिस को पीपीई किट के अंदर के कपड़े, जिसे वाजे ने पहने थे, भी मिले हैं।“

गुरुवार को इस मामले में NIA के सूत्र से मिली जानकारी के मुताबिक यह पूरा मामला हल किया जा चुका है। सूत्र से मिली जानकारी में आगे कहा गया कि सचिन वाजे एक अन्य “खिलाड़ी” से निर्देश लेता था। मिली बुधवार महाराष्ट्र पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह का तबादला कर दिय़ा गया था। खास बात है कि परमवीर सिंह ने मंगलवार की रात महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भी मुलाकात की थी।

कयास लगाया जा रहा है कि NIA के इस दावे का ही असर है कि मुंबई पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह का तबादला हुआ है। ज़ॉच से जुड़े अधिकारियों की मानें तो 13 मार्च को गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में सचिन वाजे ने स्वीकार किया था कि वह इस पूरे मामले में अपनी पुरानी प्रसिद्धि और नाम हासिल करने के लिए किसी दूसरे के कहने पर जुड़ा था।

आपको बता दें कि इस आधार पर इस आधार पर जांच करने के बाद वाजे की बात की पुष्टि हो रही है। लेकिन NIA अधिकारियों ने अभी साफ नहीं किया है कि यह अन्य व्यक्ति पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह ही परमवीर सिंह हैं। महाराष्ट्र पुलिस महकमे में परमवीर का हाथ वाजे के सिर पर हमेशा ही रहा है। माना जाता  है कि परमवीर का संरक्षण होने के चलते ही वाजे का लहजा डीसीपी स्तर के अधिकारी से बात करते समय भी दबंग जैसा रहता था। यही कारण है कि वाजे के फंसने के बाद परमवीर सिंह को कमिश्नर के पद से हटा दिया गया है। कयास लगाया जा रहा है कि कमिश्नर के पद से हटाये जाने के बाद जाने के बाद अब एनआईए की टीम किसी भी वक्त परमवीर सिंह से पूछताछ कर सकती है।

 

 

 

 

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