नई दिल्ली : देश के पांच प्रमुख राज्यों में चुनाव प्रचार का आज यानी की 25 मार्च को आखिरी दिन है, उससे पहले ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर बड़ा हमला किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि, “बेरोजगारी की महामारी कोरोना का नहीं। मोदी सरकार के जन-विरोधी प्रयोगों का परिणाम है। रोजगार अधिकार है, उसे देने में फेल ये सरकार है!”
#बेरोज़गारी की महामारी कोरोना का नहीं, मोदी सरकार के जन विरोधी प्रयोगों का परिणाम है।
रोज़गार अधिकार है,
उसे देने में फ़ेल ये सरकार है!— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 25, 2021
गौरतलब है कि प्रचार के आखिरी चरण में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एकबार फिर युवाओं को अपने पक्ष में करने की कोशिश की है। क्योंकि पिछले कुछ समयों में देश में बेरोजगारी बड़े स्तर पर बढ़ा है। जिसका प्रमुख कारण कहीं ना कहीं कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण बंद होने वाली कंपनिया है।
बता दें कि इससे पहले, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को दावा किया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को ‘संघ परिवार’ कहना सही नहीं है क्योंकि परिवार में महिलाएं होती हैं, बुजुर्गों के लिए सम्मान होता है, करुणा और स्नेह की भावना होती है जो इस संगठन में नहीं हैं।’ उन्होंने कहा कि वह अब आरएसएस को कभी संघ परिवार नहीं कहेंगे।
वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पुलिस को विशेष शक्ति देने के प्रावधान वाले एक विधेयक को लेकर बिहार विधानसभा में हुए हंगामे पर बुधवार को ट्वीट कर कहा था कि, “बिहार विधानसभा की शर्मनाक घटना से साफ़ है कि मुख्यमंत्री पूरी तरह आरएसएस-भाजपा मय हो चुके हैं।” कांग्रेस नेता ने यह भी कहा, “लोकतंत्र का चीरहरण करने वालों को सरकार कहलाने का कोई अधिकार नहीं है। विपक्ष फिर भी जनहित में आवाज़ उठाता रहेगा- हम नहीं डरते!”