प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा में मत्स्य पालन क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए 160 करोड़ रुपये की दो प्रमुख परियोजनाओं की वर्चुअल आधारशिला रखी। यह कार्यक्रम दिल्ली से आयोजित किया गया, जिसमें प्रधानमंत्री ने 24,000 करोड़ रुपये की प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना और 11,440 करोड़ रुपये के आत्मनिर्भर दाल मिशन की भी शुरुआत की।
ओडिशा की परियोजनाओं में पहला है 100 करोड़ रुपये की लागत वाला एकीकृत एक्वा पार्क, जो संबलपुर जिले के बसंतपुर में स्थापित होगा। यह पार्क 95.47 एकड़ सरकारी जमीन पर तैयार किया जाएगा और इसे जनवरी 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इसे पूर्वी भारत का पहला एक्वा पार्क बताते हुए कहा कि यह संबलपुर को आधुनिक मत्स्य पालन का उत्कृष्ट केंद्र बनाएगा। परियोजना में केंद्र सरकार 60 करोड़ और राज्य सरकार 40 करोड़ रुपये का योगदान देगी।
दूसरी परियोजना है भुवनेश्वर के पंडारा इलाके में 59.13 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला आधुनिक मछली बाजार। यह प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई) के तहत बनाई जा रही है। इसमें केंद्र सरकार 30 करोड़ रुपये और राज्य सरकार शेष राशि प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री माझी ने बताया कि इस बाजार से सीधे 143 व्यापारियों को लाभ मिलेगा और 2,000 से अधिक लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। यह भुवनेश्वर और कटक सहित आसपास के शहरों की मछली की मांग को पूरा करेगा। इस परियोजना को नवंबर 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य है।
प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री माझी ने दोनों परियोजनाओं को राज्य के मत्स्य पालन क्षेत्र में मील का पत्थर बताया। ये परियोजनाएं रोजगार सृजन, स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा और आधुनिक तकनीक के माध्यम से मछली पालन को प्रोत्साहित करेंगी। इससे ओडिशा का मत्स्य पालन उद्योग न केवल आत्मनिर्भर बनेगा, बल्कि भविष्य में निर्यात और व्यावसायिक संभावनाओं के लिए भी मजबूत आधार तैयार करेगा।