{ अनुज की रिपोर्ट }
वैश्विक महामारी के समय उत्तर रेलवे, श्री राजीव चौधरी, महाप्रबंधक, उत्तर मध्य व उत्तर रेलवे के मार्गदर्शन एवं समग्र पर्यवेक्षण में सरकार द्वारा वायरस के प्रसार को रोकने और लॉक डाउन में लोगों को रहत देने के लिय किये जाने वाले प्रयासों में हर संभव तरह से कार्यशील है।
उत्तर रेलवे के एसेट्स का उपयोग नए-नए तरीकों से किया जा रहा है जिसमेँ रेल डिब्बों को मोबाइल क्वारंटाइन केंद्रों में परिवर्तित करना या लोकोमोटिव, कोच और वैगन रखरखाव कार्यशालाओं में सुरक्षात्मक गियर का उत्पादन करना शामिल है।
उत्तर रेलवे के कर्मचारी भी इस कठिन समय में ‘स्वयं से पहले सेवा’ के भाव के साथ न केवल कार्गो और माल गाड़ियों के परिचालन में शामिल हैं, बल्कि वंचितों की देखभाल भी कर रहे हैं।
इस संबंध में, जब अधिकांश लोग अपने घरों में स्थिर व सुरक्षित हैं, उत्तर रेलवे के सिविल डिफेंस स्वयंसेवक अपने सिद्धांत “सर्व भूत हिते: रत:” जिसका अर्थ है ‘सभी जीवित चीजों के लाभ के लिए कार्य करना’ को चित्रार्थ करते हुए समाज को स्वेच्छा से अपनी अमूल्य सेवाएं प्रदान कर रहे हैं
कुछ सदस्य मास्क की सिलाई जैसे कार्यों में अपना योगदान दे रहे हैं। इन मास्कों को ड्यूटी पर आने वाले कर्मचारियों के इस्तेमाल के लिए दिया जा रहा है।
डीजल शेड, तुगलकाबाद में आने वाले कर्मचारियों और आगंतुकों का थर्मल स्कैनिंग भी यह स्वयंसेवक बड़ी मुस्तैदी से कर रहे हैं। डीजल शेड में प्रतिष्ठापित चल-अचल संपत्ति के सैनिटाइज़ेशन कार्यों में भी मदद कर रहे हैं।