मध्य प्रदेश के दमोह जिले में 5 अक्टूबर को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में सिग्रामपुर में ऐतिहासिक कैबिनेट बैठक होने जा रही है। इस बैठक से दमोह जिले को कई नई सौगातें मिलने की उम्मीद है। खास बात यह है कि यह पहली बार है जब मोहन सरकार की कैबिनेट बैठक सिग्रामपुर में आयोजित की जा रही है, जो जिले के विकास के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
बैठक में शामिल होंगे 32 मंत्री और मुख्य सचिव
मुख्य सचिव अनुराग जैन, जिन्होंने हाल ही में पदभार ग्रहण किया है, इस बैठक में पहली बार दमोह आएंगे और कैबिनेट के 32 मंत्री और अन्य प्रमुख अधिकारी इस महत्वपूर्ण बैठक में शिरकत करेंगे। बैठक के लिए जिले में व्यापक तैयारी की गई है, जिसमें सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्थाएं शामिल हैं।
सिग्रामपुर में बनेगा विशाल डोम
सिग्रामपुर हाई स्कूल के मैदान में बैठक के लिए 60,000 वर्गफीट का विशाल डोम तैयार किया गया है, जबकि आमसभा के लिए 66,000 वर्गफीट का डोम पंडाल बनाया गया है। मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के लिए अलग-अलग चेंबर बनाए गए हैं, और बैठक के बाद मीडिया के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन भी किया जाएगा।
दमोह को मिलेंगी कई नई सौगातें
इस कैबिनेट बैठक के दौरान आदिवासी बहुल क्षेत्रों के विकास के संबंध में बड़े फैसले होने की संभावना है। साथ ही, “लाड़ली बहनों” को मिलने वाली राशि की किस्त भी इसी दिन जारी की जा सकती है। इसके अलावा, संकट के साथी और दमोह हेल्पलाइन मोबाइल एप की शुरुआत होगी, और विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री का दौरा और भद्रकाली मंदिर के दर्शन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का कार्यक्रम भी महत्वपूर्ण रहेगा। वे रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे और मां भद्रकाली के दर्शन कर सकते हैं। इसके साथ ही, वे जनसभा को संबोधित करेंगे और दमोह जिले के लिए कई अहम घोषणाएं कर सकते हैं।
ऐतिहासिक कैबिनेट बैठक
यह पहली बार है जब दमोह के सिग्रामपुर में मोहन सरकार की कैबिनेट बैठक आयोजित हो रही है, जिससे जिले के विकास को नई दिशा मिलने की उम्मीद है। दमोह दर्शन पुस्तक का विमोचन, विजन डॉक्यूमेंट की लॉन्चिंग और कई अन्य योजनाओं की शुरुआत इस बैठक के दौरान होने की संभावना है।