वीआईटी विश्वविद्यालय के पांचवे दीक्षांत समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा केवल पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं है, बल्कि छात्रों के संपूर्ण व्यक्तित्व विकास पर ध्यान देना भी आवश्यक है। इस महत्वपूर्ण समारोह में उन्होंने भारत के भविष्य और युवाओं की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए उन्हें देश के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए प्रेरित किया।
शिक्षा से दीक्षा की ओर
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय न केवल शिक्षा का केंद्र हैं, बल्कि यहां का वातावरण और मार्गदर्शन विद्यार्थियों को उनके संपूर्ण विकास के लिए तैयार करता है। इसी के अनुरूप मध्य प्रदेश के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को ‘कुलगुरु’ का संबोधन दिया गया है, जो भारतीय परंपरा से मेल खाता है। उन्होंने वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह देश के प्रमुख शिक्षण संस्थानों में से एक है और यहां के विद्यार्थियों का प्लेसमेंट सुनिश्चित होता है।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत
मुख्यमंत्री यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना की और कहा कि उनके मार्गदर्शन में देश आत्मविश्वास से आगे बढ़ रहा है। मोदी जी ने भारत को वैश्विक स्तर पर एक मजबूत पहचान दिलाई है। वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी भी प्रधानमंत्री के विज़न के अनुरूप भारत की युवा पीढ़ी को वैश्विक मानकों के अनुसार तैयार करने में अहम भूमिका निभा रहा है।
युवा शक्ति: भविष्य का निर्माण
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भारत की युवा शक्ति भविष्य की ध्वजवाहक है और देश के विकास में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका है। कोविड-19 महामारी के दौरान भारत ने अपनी क्षमता और विज्ञान की शक्ति से दुनिया को परिचित कराया। भारतीय अर्थव्यवस्था में भी बड़े सुधार हुए हैं, और अगले 5 साल में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।
विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं
समारोह में डॉ. यादव ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे शिक्षा के साथ ही दीक्षा का पालन करें, अर्थात परिवार, समाज और देश के लिए समर्पित होकर कार्य करें। उन्होंने छात्रों के उज्जवल भविष्य के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के संस्थापक डॉक्टर जी. विश्वनाथन, रिलायंस जियो के प्रेसिडेंट डॉ. रवि पी. गांधी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।