उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने महिलाओं के सशक्तिकरण और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक नई पहल की घोषणा की है। उन्होंने “लाडली बहना योजना” के तहत दिवाली से हर महीने 1500 रुपए वित्तीय सहायता देने का बड़ा तोहफा लाडली बहनों को दिया है। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाना और उनकी पढ़ाई-लिखाई में मदद करना है।
लाडली बहना योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए शुरू की गई है। इस योजना के तहत प्रदेश की गरीब व पिछड़ी वर्ग की बेटियों को हर महीने 1500 रुपए सीधे उनके बैंक खातों में दिए जाएंगे। इससे न केवल उनकी शिक्षा और स्वास्थ्य बेहतर होगी, बल्कि वे अपनी जरूरतों को पूरा करने में भी सक्षम होंगी। यह योजना प्रदेश में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि सरकार महिलाओं के कल्याण के लिए समर्पित है और उनकी प्रतिभा को आगे बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इस योजना से लाडली बहनों को न केवल आर्थिक मदद मिलेगी, बल्कि इससे उन्हें समाज में सम्मान और आत्मविश्वास भी मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि लाडली बहना योजना महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक विकास में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी।
योजना के तहत लाभार्थियों का चयन सावधानीपूर्वक किया जाएगा ताकि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की बेटियां इसका फायदा उठा सकें। इसके अलावा, योजना की निगरानी और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए हैं। लाभार्थियों को डिजिटल माध्यम से वित्तीय सहायता सीधे उनके बैंक खातों में मिलेगी, जिससे भ्रष्टाचार की संभावना कम होगी।
इस योजना का लाभ प्राप्त करने वाली लाडली बहनों को स्वास्थ्य, शिक्षा, और स्वरोजगार के क्षेत्र में भी प्रोत्साहन मिलेगा। सरकार अन्य योजनाओं के साथ इस योजना को भी जोड़ कर महिलाओं के विकास को गति देना चाहती है।
लाडली बहना योजना की शुरुआत दिवाली से की जाएगी, जो इस त्योहारी सीजन को और भी खास बना देगी। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने सभी महिलाओं और बेटियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि प्रदेश का हर घर खुशहाल होगा।
इस योजना से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि यह कदम महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक स्थिति सुधारने में मदद करेगा। इससे प्रदेश के विकास की दिशा में सकारात्मक बदलाव आएगा और महिलाओं की भागीदारी में वृद्धि होगी।