नई दिल्ली : पीएनबी बैंक घोटाला मामले में फरार आरोपी हीरा कारोबारी मेहुल चौकसी को डोमिनिका पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जो पिछले तीन दिनों से लापता था। दरअसल भारत सरकार द्वारा लगातार एटीगुआ सरकार से मेहुल चोकसी प्रत्यार्पण मामले में संपर्क किया जा रहा है, जिससे उसे जल्द गिरफ्तार होने की संभावना था। अपने गिरफ्तारी की संभावना को कम करने के लिए वह अचानक एटीगुआ से लापता हो गया और डोमिनिका में देखा गया। इसके बाद डोमिनिका पुलिस ने उसे गिरफ्तरा कर लिया। आपको बता दें कि, फिलहला चोकसी डोमिनिका में क्रिमिनिल इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट (सीआईडी) की कस्टडी में है।
गौरतलब है कि चोकसी पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ कथित तौर पर 13,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में वांछित है। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया था कि चोकसी के खिलाफ लगे आरोपों की जांच कर रही सीबीआई इन खबरों की ‘‘औपचारिक और अनौपचारिक’’ मंचों के जरिए पुष्टि कर रही है। इंटरपोल ने भी एजेंसी के अनुरोध पर उसके खिलाफ ‘रेड कॉर्नर नोटिस’ जारी किया है।
आई थी मेहुल चोकसी के लापता होने की खबर
एंटीगुआ पुलिस ने एक बयान में बताया कि चोकसी को रविवार को आखिरी बार उसकी कार में देखा गया था। कार तो पुलिस ने बरामद कर ली है लेकिन चोकसी का कुछ पता नहीं चल पाया है। चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने उनके मुवक्किल के लापता होने की खबरों की पुष्टि की थी। एंटीगुआ पुलिस ने भारतीय समयानुसार सोमवार रात चोकसी के लापता होने के संबंध में बयान जारी किया था। पुलिस ने उसकी तलाश रविवार को शुरू की थी और उसकी तस्वीर के साथ एक बयान जारी किया था ताकि लोगों से उसके संबंध में जानकारी हासिल की जा सके।
बयान में कहा गया था, ‘‘पुलिस जॉली हार्बर के निवासी 62 वर्षीय मेहुल चोकसी के लापता होने के मामले की जांच कर रही है चोकसी के लापता होने की शिकायत जॉनसन प्वाइंट पुलिस थाने में दर्ज कराई गई थी वह रविवार 23 मई 2021 से लापता था’’ स्थानीय मीडिया संस्थान ‘एंटीगुआन्यूजरूम’ ने पुलिस आयुक्त एटली रॉडने के हवाले से मंगलवार को बताया कि पुलिस ‘‘भारतीय कारोबारी मेहुल चोकसी का पता लगाने में जुटी है’’ जिसके लापता होने की ‘‘अटकलें’’ थी।
भारत से जनवरी 2018 में भागा था चोकसी
खबर के अनुसार, एंटीगुआ एवं बारबुडा की नागरिकता ले चुके चोकसी को रविवार को दक्षिण इलाके में गाड़ी चलाते देखा गया था। बाद में उसका वाहन बरामद हो गया लेकिन चोकसी का कुछ पता नहीं चल पाया। चोकसी ने जनवरी 2018 में भारत से भागने से पहले ही, 2017 में कैरिबियाई द्वीपीय देश एंटीगुआ एवं बारबुडा की नागरिकता हासिल कर ली थी।
आपको बता दें कि चोकसी और उसके भतीजे नीरव मोदी पर कुछ बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ कथित तौर पर 13,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है। नीरव मोदी अभी लंदन की एक जेल में बंद है। दोनों के खिलाफ केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जांच कर रहा है।
सरकार के सूत्रों ने बताया है कि “जिस वक्त मेहुल चोकसी को पकड़ा गया उस वक्त वो एंटीगुआ में नहीं था और वो डोमिनिका का नागरिक नहीं है। क्योंकि इंटरपोल की तरफ से मेहुल चोकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है, इसलिए डोमिनिका की सरकार सीधे उसे भारत को सौंप सकती है।” वहीं सूत्रों की मानें तो चोकसी क्यूबा भागने की फिराक में था, उससे पहली वह डोमिनिका में गिरफ्तार हो गया।
फंस सकते है कानूनी दांव पेंच
एंटीगुआ की सरकार पहले ही डोमिनिका की सरकार से मेहुल चोकसी को भारत को सौंपने का अनुरोध कर चुकी है। फिर भी अगर किसी तरह के कानूनी दांव पेंच फंसते हैं तो मेहुल चोकसी को एंटीगुआ को ही सौंपा जाएगा। उसके बाद वहां से ही प्रत्यर्पण होगा। वहीं चोकसी का भतीजा नीरव मोदी ब्रिटेन में है और वहां के गृह मंत्रालय ने उसके प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है। हालांकि, इसके खिलाफ नीरव मोदी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।