{ मेरठ से राशिद की रिपोर्ट }
पिछले 15 दिनों से शहर के साथ-साथ ग्रामीण और खादर के इलाकों में कच्चे राशन का वितरण कर रहे सपा नेता अतुल प्रधान ने पुलिस-प्रशासन पर राजनैतिक रंजिश के तहत अपने ऊपर लॉक डाउन तोड़ने के दो मुकदमे दर्ज करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि एक तरफ जहां देश के प्रधानमंत्री सभी संगठनों और राजनैतिक दलों से एकजुट होकर संकट की इस घड़ी में मदद की अपील कर रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ प्रशासनिक अधिकारी इस माहौल में भी राजनैतिक रंजिश निकालने से बाज नहीं आ रहे।
बताते चलें कि सपा के वरिष्ठ नेता अतुल प्रधान के नेतृत्व में दर्जनों सपाई पिछले 15 दिनों से शहर सहित ग्रामीण और खादर क्षेत्र में कच्चे राशन का वितरण कर रहे हैं।
अतुल प्रधान ने बताया कि कोई जरूरतमंद भूखा ना रहे, इसलिए पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के निर्देश पर सपा कार्यकर्ता पांच किलो आटा, पांच किलो आलू, चावल, चीनी, नमक और तेल सहित जरूरी सामान लोगों के घरों तक पहुंचा रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि इसके बावजूद प्रशासन द्वारा उनके खिलाफ लॉक डाउन तोड़ने के दो मुकदमे दर्ज कर दिए गए हैं।
जबकि भाजपा सहित अन्य सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता भी रोज जनसेवा के लिए घरों से बाहर निकल रहे हैं। मगर, क्योंकि इन्हें सत्ता का संरक्षण प्राप्त है, इसलिए लॉक डाउन तोड़ने के बावजूद उन पर कार्यवाही नहीं हो रही।
अतुल प्रधान ने कहा कि प्रशासन चाहे जितने मुकदमे दर्ज करे, वह गरीबों की मदद से पीछे नहीं हटेंगे।