रिपोर्ट: सत्यम दुबे
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियों में सभी राजनीतिक दल जुट गये हैं। आगामीं विधानसभा चुनाव के लिए पार्टियां अपने-अपने मुद्दो के साथ लोगों तक पहुंच रही हैं। अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी भी सूबे में जातीय समींकरण के साथ चुनाव प्रचार शुरु कर दी है। वहीं मायावती 2007 की तरह ब्राह्मणों को साधकर एक बार फिर सूबे की सत्ता पर काबिज होना चाह रही हैं।
बसपा सुप्रीमों मायावती ने प्री पोल सर्वे को भ्रामक और शरारतपूर्ण बताया है। उन्होने कहा कि टीवी चैनलों पर दिखाए जा रहे प्री पोल सर्वे पूरी तरह भ्रामक और शरारतपूर्ण हैं। इनमें कोई सच्चाई नहीं है। बसपा के कार्यकर्ता इन बातों को अच्छी तरह समझते हैं इसलिए इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है।
As the UP Assembly elections will get closer, anti-BSP forces’ conspiracy will get lowly, vitriolic and full of mischievous news. Just like it is seen here before every election: BSP chief Mayawati, in Lucknow pic.twitter.com/bJ4gyKVCaU
— ANI UP (@ANINewsUP) September 4, 2021
आपको बता दें कि मायावती शनिवार को मीडिया को संबोधित कर रही थीं जिसमें उन्होंने टीवी चैनलों पर दिखाए जा रहे प्री पोल सर्वे को पूरी तरह खारिज कर दिया। 2022 में होने वाले यूपी के विधानसभा चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत प्राप्त दिखाई दे रहा है। बसपा को बेहद कम सीटें मिलती हुई नजर आ रही हैं।
ABP Cvoter सर्वे के मुताबिक, यूपी में बीजेपी गठबंधन को 42 प्रतिशत वोट मिलने की संभावना जताई गई है। वहीं समाजवादी पार्टी गठबंधन को 30 प्रतिशत वोट, बहुजन समाज पार्टी को 16 प्रतिशत और कांग्रेस को 5 प्रतिशत वोट मिलने की बात कही गई है।
इस सर्वे के अनुसार, यूपी में बीजेपी एक बार फिर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरेगी। बीजेपी को 259 से 267 सीटें मिल सकती हैं। वहीं समाजवाद पार्टी को 109-117 सीटें, बीएसपी को 12-16 सीटें मिल सकती हैं। इसके अलावा कांग्रेस को 3-7 सीटें और अन्य को 6-10 सीटें मिल सकती है।