रिपोर्ट : प्रदीप आनंद श्रीवास्तव / मोहम्मद आबिद
गोरखपुर : एडीजी जोन अखिल कुमार ने कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने और पुलिसकर्मियों की मनमानी पर लगाम लगाने के लिए जिले में एक और पहल शुरू कर दिया जिसमें पुलिसकर्मी वायरलेस पर कंट्रोल रूम को लोकेशन बताकर गश्त स्थल से नदारद नहीं हो सकेंगे।
पुलिसकर्मियों की लापरवाही पर नकेल कसने लिए अधिकारियों ने एक खाका तैयार कर लिया है जिसके क्रम में पिछले दिनों गोरखपुर में व्हाटसएप पर लाइव लोकेशन भेजने का फरमान जारी कर दिया था। उन्होंने इसमें एक और नई तरकीब जोडऩे की तैयारी कर रहे हैं। अब बहुत जल्द ही पुलिसकर्मियों के मोबाइल फोन पर एक एप डाउनलोड कराया जाएगा जिसमें गश्त की पूरी जानकारी मिलती रहेगी।
एडीजी अखिल कुमार ने कहा की पहले की अपेक्षा तकनीकी काफी बढ़ी है। हमें भी अपने काम को तकनीकी का सहारा लेकर आसान के साथ-साथ चुस्त-दुरुस्त बनाना होगा। रात्रि गश्त का प्लॉन बहुत पहले से चल रहा है। कई नियम कानून भी अलग-अलग समय पर अधिकारियों की ओर से बनाए गए हैं लेकिन फिर भी देखने को मिलता है कि रात्रि गश्त में कुछ पुलिसकर्मी नदारद रहते हैं।
एडीजी का कहना है की यही नहीं वॉयरलेस सेट पर जगह कुछ और बताते हैं और रहते कहीं और जिससे पुलिसिंग व अपराध रोकने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लिहाजा एडीजी जोन इन सब बिन्दुओं को देखते हुए कई तरह के योजनाओं पर काम करा रहे हैं।
गोरखपुर में वॉयरलेस लोकेशन के साथ रात 12 बजे से पांच बजे तक रात्रि गश्त चलती है। अलग-अलग अधिकारियों व थानेदारों का अलग अलग दिन शेडयूल भी बना है ताकि वह पुलिसकर्मियों की लोकेशन चेक करें साथ ही व्हाटसएप लाइव लोकेशन भेजने की भी व्यवस्था कराई गई है। अब इसे एप के जरिए जोडऩे का भी प्लान तैयार कराया जा रहा है। पुलिसकर्मी गश्त के बाद एप के जरिए ही अपनी पूरी डिटेल संबंधित अधिकारी हो दे देगा माना जा रहा है की इस कदम से आने वाले समय में अपराध पर लगाम लग सकेगी।