नई दिल्ली : काम खत्म कर 30 प्रवासी मजदूर नाव से अपने घरों को लौट रहे थे, तभी उसमें से दो नाव पलट गई, जिसमें सवार 7 लोग लापता हो गये, वहीं एक का शव बरामद हुआ है। आपको बता दें कि यह घटना ओडिशा के मलकानगिरी जिले का है। जहां चित्रकोंडा क्षेत्र में आंध्र-ओडिशा सीमा पर सिलेरू नदी में सोमवार देर शाम दो नावों के पलट जाने से एक बच्चे की डूबने से मौत हो गई, जबकि सात अन्य प्रवासी श्रमिक लापता हैं।
चित्रकोंडा तहसीलदार टी पद्मनाभ डोरा ने कहा कि यह घटना तब हुई जब दो नावों में 30 प्रवासी मजदूर रात में ओडिशा के मलकानगिरी जिले के कंधागुडा और गुंथगुडा गांवों में अपने घरों को लौट रहे थे। वे सभी रैपिड एंटीजन टेस्ट से बचना चाह रहे हैं। आपको बता दें कि कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए राज्य में घुसना से पहले रैपिड एंटीजन टेस्ट करना अनिवार्य है।
8 people missing after a boat capsizes in Sileru river in Chitrakonda Police station limits in Odisha, near Odisha- Andhra Pradesh border; search and rescue operation underway: Visakhapatnam SP BV Krishna Rao
— ANI (@ANI) May 25, 2021
तहसीलदार ने बताया कि 19 लोग तेलंगाना में अपना काम खत्म करने के बाद एक नाव में सुरक्षित वापस लौट आए, जबकि 11 लोग दो अन्य नावों से वापस लौट रहे थे जब यह दुर्घटना हुई। अचानक एक नाव पानी के नीचे एक पोल से टकराकर पलट गई। इसके बाद घबराए हुए लोगों ने अपनी जान बचाने के लिए दूसरी नाव पर कूद गए। लेकिन वह नाव भी झुक गई और नदी में डूब गई।
आपको बता दें कि इस घटना के बाद ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स की एक टीम नदी से एक बच्चे का शव बरामद किया, जबकि तीन प्रवासी श्रमिक तैरकर सुरक्षित निकल गए। इस घटना के बाद से सात लोग लापता हैं। लापता लोगों में पांच महिलाएं और दो बच्चे शामिल हैं। सभी लापता लोगों की तलाश जारी है। वहीं, मृतक बच्चे के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। एक स्थानीय ने बताया कि इस नदी में पहले भी ऐसी घटना हो चुकी है।