रिपोर्ट: नंदनी तोदी
देहरादून: उत्तराखंड में सियासी खटपपत के बीच नियुक्त किये तीरथ सिंह की सरकार लगातार विपक्षो के निशाने पर है। बीते दिनो प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष का सरकारी वाहन का इस्तेमाल करने पर सियासी युद्ध एक बार फिर छिड़ गया था। अब उसी विवाद पर अध्यक्ष मदन कौशिक ने सफाई देते हुए माफ़ी मांगी है।
दरअसल, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और उत्तराखंड बीजेपी की सह प्रभारी रेखा वर्मा ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के सरकारी हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल कार्यक्रम के लिए किया था, जिसके बाद दोनों ही कांग्रेस के रडार पर रहे। यहाँ तक कि कांग्रेस ने आरोप लगा दिया था कि बीजेपी के नेता सरकारी पैसे का दुरुपयोग कर रहे हैं।
मामला बढ़ने के बाद, अब शुक्रवार को भाजपा अध्यक्ष अपनी गलती मानते हुए माफ़ी मांग रहे हैं, और कह रहे हैं कि बीजेपी इन दोनों यात्राओं का खर्च उठाने को तैयार है।
मदन कौशिक ने सफाई देते हुए कहा, “मेरा एक मंत्री के साथ बागेश्वर जाने का कार्यक्रम था। मंत्री पहले ही गाड़ी से बागेश्वर चले गए थे। इसीलिए मुझे समय की बचत के लिए हेलीकॉप्टर से बागेश्वर जाना पड़ा।” उन्होंने प्रभारी रेखा वर्मा की गलती का भी जिम्मा उठाते हुए कहा,” ऐसे ही उत्तराखंड बीजेपी की प्रदेश सह प्रभारी रेखा वर्मा के साथ भी हुआ। वे भी मंत्री के साथ नैनीताल गई थीं। लेकिन वहां से अचानक उन्हें अपने संसदीय क्षेत्र में जाना पड़ा. समय के अभाव में उन्होंने ने भी हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया।”
मदन ने हमलावरों से बचने के लिए कहा कि इन दोनों ही यात्राओं का खर्च बीजेपी संगठन उठाएगा। उन्होंने आगे कहा कि किसी भी रूप में उनकी सरकार पारदर्शी रूप से चले ये उनकी कोशिश है। पिछले चार साल से उनकी सरकार पारदर्शी रूप से चल भी रही है। पिछले चार सालों में उनकी सरकार पर किसी तरह की उंगली नहीं उठ पाई है।
मदन कौशिक ने गार्ड ऑफ ऑनर मामले पर कहा कि जब वे वहां पहुंचे तो पहले तैयारी हो रखी थी। उन्होंने भी इस बात का ध्यान नहीं दिया। हालांकि ये गलती से हुआ है। लेकिन राजनीति में इस तरह की गलतियों को स्वीकार कर लेना चाहिए।