रिपोर्ट – पल्लवी त्रिपाठी
नई दिल्ली: कोरोना का कहर दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है। कोरोना संकट को देखते हुए देश की राजधानी दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक सप्ताह के लॉकडाउन का फैसला लिया है। ऐसे में एक बार फिर प्रवासी मजदूरों को अपने गांवों की ओर पलायन शुरू हो गया है।
हालांकि, इस बीच उपराज्यपाल अनिल बैजल ने प्रवासियों से दिल्ली नहीं छोड़ने की अपील की है। उन्होंने प्रवासी मजदूरों की की मदद करने का आश्वासन दिया है। उपराज्यपाल ने कहा कि जब तक लॉकडाउन रहेगा तब तक सरकार आपकी (प्रवासी मजदूरों) सारी जरूरतों का ख्याल रखेगी। आपको यहां कोई दिक्कत नहीं होगी। साथ ही उन्होंने रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर पलायन कर रहे प्रवासियों की भीड़ को देखकर चिंता जताई।
एलजी बैजल ने लॉकडाउन की घोषणा के बाद की स्थिति का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री केजरीवाल और मुख्य सचिव से मुलाकात की है। इस दौरान उन्होंने प्रवासियों को गांव जाने से रोकने के लिए हर जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया है।
बता दें कि साप्ताहिक लॉकडाउन के ऐलान के बाद आनंद विहार बस अड्डा, आनंद विहार आइएसबीटी और कौशांबी बस अड्डे पर यात्रियों की खासा भीड़ देखने को मिली। हालांकि, बस अड्डों के मुकाबले रेलवे स्टेशनों पर भीड़ कम है। इसकी एक बड़ी वजह यह भी हो सकती है कि इन दिनों जिसके पास कनफर्म टिकट होता है, उसी को स्टेशन में प्रवेश करने दिया जा रहा है।
आपको बताते चलें कि कोरोना के मामलों को देखते हुए पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री केजरीवाल ने उपराज्यपाल के साथ समीक्षा बैठक की थी। जिसके बाद दिल्ली में सप्ताहांत यानी वीकेंड कर्फ्यू लगाने की घोषणा की थी। जिसका समय हर सप्ताह शुक्रवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह छह बजे तक था। हालांकि, इस बीच जरूरी व आपातकालीन सेवाओं को सुचारु रूप से चलने के लिए भी कहा गया था। लेकिन बिगड़ते हालात को देखते हुए सीएम केजरीवाल ने सोमवार रात 10 बजे से अगले सोमवार की सुबह तक लॉकडाउन की घोषणा कर दी। इस दौरान सभी से कोविड नियमों का पालन करने की अपील की गई है।