उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में शनिवार को एक अधिवक्ता अपने परिवार के साथ बेली स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गए और आत्महत्या की चेतावनी देने लगे। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और अधिवक्ता को समझाने की कोशिश की।
इसके बाद पुलिस-प्रशासन के अफसर भी पहुंचे। अधिवक्ता कुछ मामलों की सीबीआई जांच की मांग करते हुए टंकी पर ही परिवार के साथ भूख हड़ताल पर बैठ गया।
पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों को चेतावनी दी कि अगर किसी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न किया गया तो पेट्रोल छिड़ककर परिवार समेत आत्मदाह कर लेगा।
अधिवक्ता विजय प्रताप हरदोई के रहने वाले हैं। शनिवार सुबह वह अपने परिवार के पांच सदस्यों के साथ कैंट के बेली में पहुंचे और सीढ़ी के सहारे पानी की टंकी पर चढ़ गए। कुछ देर बाद राहगीरों की नजर उनपर पड़ी तो वह दंग रह गए।
लोग मौके पर पहुंचे और सभी से नीचे उतरने को कहा, लेकिन अधिवक्ता ने नीचे उतरने से इनकार कर दिया। सूचना मिलते ही कैंट इंस्पेक्टर नीरज बालिया मौके पर पहुंचे।
उन्होंने विजय प्रताप से नीचे उतरने को कहा तो उन्हें वापस लौट जाने को कहा। इंस्पेक्टर ने मामले की सूचना वरिष्ठ अफसरों को दी।
#WATCH Prayagraj: A man from Hardoi climbs atop a water tank along with his family, threatening to commit suicide.
Family is demanding action from Hardoi administration against local goons who allegedly attempted to grab their property and encroached upon their house pic.twitter.com/SavzGNHu5Y
— ANI UP (@ANINewsUP) November 8, 2020
कुछ ही देर में कई थानों की पुलिस, अधिकारी, दमकल कर्मी और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई। अधिकारियों ने अधिवक्ता को समझाया और नीचे उतरने के लिए कहा, लेकिन वह बोला कि हरदोई में उसके भाई को गायब कर दिया गया। जमीन पर कब्जा कर घर फंसा दिया गया। विजय ने हरदोई के डीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने उसे गांव से भगा दिया।
विजय ने कहा कि गांव के दबंग का भाई डीआईजी कार्यालय में दारोगा है, इसलिए इस पूरे प्रकरण की सीबीआइ जांच होनी चाहिए। जब अधिकारियों ने विजय से मामला हरदोई का होना बताया तो उसने भूख हड़ताल पर बैठने की बात कही। विजय ने कहा कि अगर हड़ताल के दौरान कोई व्यवधान उत्पन्न किया गया तो वह पेट्रोल छिड़ककर परिवार समेत आत्मदाह कर लेगा।