रिपोर्ट- पल्लवी त्रिपाठी
नई दिल्ली : कोरोना महामारी की दूसरी लहर बेहद घातक होती जा रही है। कोरोना संक्रमितों के साथ-साथ मौतों का आंकड़ा भी डराने वाला है। हालांकि, ऐसे मूश्किल हालात में भी कुछ लोग संवेदनहीन हो चुके हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जहाँ एक महिला ने प्लाजमा के लिए अपना नंबर सोशल मीडिया पर शेयर किया। लेकिन लोगों ने उसके नंबर पर आपत्तिजनक तस्वीरें भेजना शुरू किया।
इस महिला ने वाइस वर्ल्ड न्यूज के लिए लिखे आर्टिकल में बताया कि मेरे परिवार के एक सदस्य जब कोरोना पॉजिटिव हुए तो हम उनके लिए वेंटिलेटर तलाश रहे थे। मैं सोशल मीडिया की ताकत में विश्वास रखती हूं। मैंने ट्विटर पर मदद मांगी और अपना फोन नंबर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया। सौभाग्य से हमें अगले 6 घंटों के अंदर वेंटीलेटर मिल गया।
उन्होंने आगे लिखा कि इसके कुछ दिनों बाद हमें ए प्लस ब्लड ग्रुप प्लाज्मा की जरूरत पड़ी। हमें इसके लिए डोनर्स की तलाश थी, जो हमें प्लाज्मा डोनेट कर सकें, हालांकि ये आसान नहीं था। मैं एक बार फिर इंटरनेट की तरफ मदद मांगने गई। चूंकि हमें मदद नहीं मिल पा रही थी तो मेरे कुछ दोस्तों ने लोकप्रिय सोशल मीडिया अकाउंट्स पर मेरी परेशानी को शेयर कर दिया।
महिला ने लिखा कि मैं उस समय थोड़ा घबराई थी कि मेरे फोन नंबर को ऐसी जगहों पर डाला जा रहा है जो बेहद प्रभावशाली हैं और इससे कई लोगों को मेरी पर्सनल जानकारी हासिल हो सकती है। लेकिन उस समय मेरी सबसे बड़ी प्राथमिकता मेरे बीमार फैमिली मेंबर थे इसलिए मैंने इस बात को इग्नोर कर दिया।
उन्होंने आगे लिखा कि लेकिन यही मुझसे गलती हो गई। मैं लगातार ब्लड बैंक्स और डोनर्स से बात कर रही थी और मुझे लगातार निराशा हाथ लग रही थी। इस बीच मुझे एक कॉल आया और इस शख्स ने मुझसे पूछा कि क्या आप सिंगल हैं? उसने इतना कहा और मैंने फोन काट दिया। मेरे पास उस समय ये सब सोचने का समय नहीं था।
वहीं, एक और शख्स ने कॉल कर कहा कि आपकी डीपी अच्छी है और हंसने लगा। कुछ लोग मुझसे पूछने लगे कि क्या आप अकेली रहती है, कहां रहती हैं, क्या आप हमसें बात करेंगी? मैं इन सभी कॉल्स से काफी परेशान हो चुकी थी और मैं इन सब नंबर्स को ब्लॉक करने लगी।
हालांकि, अगली सुबह मेरे लिए और भी भयावह साबित हुई। मैंने देखा कि मुझे सात लोग एक साथ वीडियो कॉल कर रहे थे, मेरे व्हॉट्सएप पर तीन लोग अपने प्राइवेट पार्ट की तस्वीर भेज चुके थे। मैं ये देखकर बेहद गुस्से से भर उठी थी। मुझे नहीं पता था कि पब्लिक में नंबर देने पर मुझे इस तरह के हैरेसमेंट से गुजरना गुजरना पड़ सकता है।
जिसके बाद महिला ने बताया कि इसके बाद मैंने अपने नंबर को हर उस पब्लिक अकाउंट से हटवाया जहां पर मेरी निजी जानकारी शेयर की गई थी और मुझे उस समय एहसास हो गया कि महामारी के दौर में भी कुछ लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आते हैं ।